टोक्यो: हाल ही में विंबलडन महिला एकल चैंपियन का ताज पहनने वाली दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी ऐश बार्टी ओलंपिक में भाग लेने के लिए सोमवार को जापान पहुंचीं.
WTA विश्व रैंकिंग में पहले स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया की ये खिलाड़ी नारिता हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद ओलंपिक के अपने आवास के लिए रवाना हो गई.
बार्टी और जापान की नाओमी ओसाका शनिवार से शुरू होने वाले महिला टेनिस मुकाबले में दो प्रमुख खिलाड़ी है.
इससे पहले बार्टी ने चेक गणराज्य की आठवीं वरीयता प्राप्त कैरोलिना प्लिस्कोवा को तीन सेटों में 6-3, 6-7 (4), 6-3 से हराकर विंबलडन चैंपियनशिप में महिला एकल का खिताब जीत लिया.
पांच साल में महिला एकल में विंबलडन फाइनल में पहुंचने वाली पहली विश्व नंबर-1 बार्टी अब वीनस रोजवाटर डिश को उठाने वाली इवोन गूलागोंग कावले (1980) के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी हैं.
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2019 फ्रेंच ओपन के बाद ये उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है.
2012 के बाद से तीन सेटों तक चले पहले विंबलडन महिला फाइनल में बार्टी को जीत हासिल करने के लिए एक घंटे 55 मिनट तक संघर्ष करना पड़ा.
करोलिना के लिए ग्रैंड स्लैम फाइनल में ये दूसरी हार है. उनकी पिछली हार 2016 यूएस ओपन के फाइनल के दौरान हुई थी, जब वो तीन सेटों में जर्मनी की एंजेलिक कर्बर से हार गई थीं.
पांच साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू करने वाली एश्ले एक क्रिकेटर भी रह चुकी हैं. उन्होंने 2015-16 में महिला बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट का प्रतिनिधित्व किया था. उस समय वो टेनिस से ब्रेक पर थीं. हालांकि 9 मैचों में 68 रन बनाने के बाद वो संतुष्ट नजर नहीं आई और फिर 2016 में टेनिस में लौट आई.