पणजी: हरियाणा के मुक्केबाज नीरज गोयट का मानना है कि इंडियन प्रो बॉक्सिंग सर्किट से देश के कई युवा मुक्केबाजों का करियर खराब हो रहा है.
उन्होंने साथ ही कहा कि युवा मुक्केबाजों को प्रो में जाने से पहले एमेच्योर के अनुभव की जरूरत है.
नीरज ने एक मीडिया हाउस से बातचीत में कहा, "राज्य स्तर के कुछ मुक्केबाज प्रो सर्किट में जा रहे हैं जो लंबी अवधि के लिए अच्छा नहीं है. शुरुआती स्तर पर प्रो में जाना सही नहीं है. युवा मुक्केबाजों के करियर को विकसित करने के बजाए कुछ अधिकारी प्रोफेशनल बॉक्सिंग में भेजकर इन मुक्केबाजों का करियर खराब कर रहे हैं."
प्रोफेशनल बॉक्सिंग से विजेंदर सिंह जैसे कुछ ही मुक्केबाज रुपए कमा रहे हैं और नीरज जैसे बॉक्सर अभी भी संघर्ष कर रहे हैं.
नीरज ने कहा कि जूनियर स्तर के मुक्केबाजों को प्रो सर्किट में जाने से पहले पांच से सात साल तक एमेच्योर के अनुभव की जरूरत है.
नीरज ने कहा, "भारत में प्रोफेशनल बॉक्सिंग के लिए सही तरीके से ट्रेनिंग की व्यवस्था नहीं है. मेक्सिको जैसे देश में इसके लिए अलग तरीके का सेटअप है जहां युवा मुक्केबाज करियर की शुरुआत से ही प्रोफेशनल बॉक्सिंग की ट्रेनिंग लेते हैं. लेकिन भारत में बहुत कम ऐसे अच्छे कोच हैं जो युवाओं को प्रोफेशनल बाउट के लिए ट्रेनिंग दे सकते हैं."