बाराबंकी : भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने गंगा में अपने मेडल बहाने पहुंचे पहलवानों पर पलटवार किया है. बृजभूषण सिंह ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अगर उन पर पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं तो वह खुद को फांसी लगा लेंगे. यह बात उन्होंने उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही है. अभी तक बृजभूषण पर लगे एक भी आरोप साबित नहीं हो सके हैं. इसके चलते उनकी गिरफ्तारी भी नहीं की गई है.
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने विरोध के निशान के रूप में अपने पदकों को गंगा में विसर्जित करने की घोषणा करने के लिए पहलवानों पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि चार महीने हो गए हैं और जो लोग मेरा विरोध कर रहे हैं, वह चाहते हैं कि मुझे फांसी दी जाए. लेकिन सरकार मुझे फांसी नहीं दे रही है. इसलिए विरोधी मंगलवार को हरिद्वार में एकत्र हुए और अपने पदक गंगा में विसर्जित करने की धमकी देने लगे. लेकिन उनके इस हथकंडे से कुछ भी साबित नहीं हो जाएगा और न ही मुझे विरोधी वह सजा दिला पाएंगे, जो वह मेरे लिए चाहते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि यह सब पहलवानों का इमोशनल ड्रामा है. यदि पहलवानों के पास कोई सबूत है तो इसे अदालत में पेश करें और उसके बाद मैं किसी भी सजा को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं. दिल्ली पुलिस मामले की जांच कर रही है. अगर पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई होती तो मुझे गिरफ्तार कर लिया जाता. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पहलवानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए गुरुवार को मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई. टिकैत मंगलवार को पहलवानों को अपने पदक गंगा नदी में नहीं डुबाने के खिलाफ मनाने के लिए हरिद्वार पहुंचे थे. उन्होंने भाजपा सांसद के खिलाफ उनके विरोध को समर्थन देने की घोषणा की है.
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(आईएएनएस)