नई दिल्ली: भारत के विश्वामित्र चोंगथम ने सोमवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए दुबई में जारी 2021 एएसबीसी एशियाई युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया है. विश्वनाथ सुरेश को हालांकि फाइनल में हार मिली और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
खिताब के दावेदार के रूप में उम्मीदों पर खरा उतरते हुए, विश्व युवा चैंपियनशिप के पदक विजेता विश्वामित्र ने पुरुषों के 51 किग्रा भार वर्ग फाइनल में उज्बेकिस्तान के कुजीबोव अहमदजोन को 4-1 से हराकर मौजूदा चैंपियनशिप में युवा स्पर्धा में भारत को अपना पहला स्वर्ण दिलाया.
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भारतीय मुक्केबाज ने इस रोमांचक मैच में उज्बेक मुक्केबाज के खिलाफ प्रभावी रक्षात्मक तकनीक और सुंदर फुटवर्क दिखाया, जिसमें दोनों मुक्केबाजों ने कुछ भारी वार किए. हालांकि, विश्वामित्र ने पूरे मैच में अपने आप को संयमित रखा और स्वर्ण पदक जीतने के लिए कुछ सटीक मुक्के मारे.
इस बीच, विश्वनाथ सुरेश कजाकिस्तान के मौजूदा युवा विश्व चैंपियन संजर ताशकेनबे के खिलाफ हार गए और 48 किग्रा वर्ग में 0-5 के अंतर से हार के बाद उन्होंने रजत पदक के साथ अपने अभियान का समापन किया.
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वंशज (64 किग्रा), जयदीप रावत (71 किग्रा) और विशाल (80 किग्रा) पुरुषों के फाइनल में खेलेंगे. जबकि निवेदिता कार्की (48 किग्रा), तमन्ना (50 किग्रा), सिमरन वर्मा (52 किग्रा), नेहा (54 किग्रा), प्रीति (57 किग्रा), प्रीति दहिया (60 किग्रा), खुशी (63 किग्रा), स्नेहा कुमारी (66 किग्रा), खुशी (75 किग्रा) और तनीशबीर कौर संधू (81 किग्रा) महिला वर्ग में स्वर्ण के लिए भिड़ेंगी.
एक महिला सहित पांच भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंचकर युवा वर्ग में कांस्य पदक जीता है. पुरुषों में, दक्ष (67 किग्रा), दीपक (75 किग्रा), अभिमन्यु (92 किग्रा) और अमन सिंह बिष्ट (प्लस 92 किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल किया. जबकि लशु यादव (70 किग्रा) ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीता.
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इससे पहले, रविवार को, भारत के जूनियर मुक्केबाजों ने इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपने अभियान का समापन करते हुए आठ स्वर्ण, पांच रजत और छह कांस्य पदक सहित कुल 19 पदक जीते. भारत ने उज्बेकिस्तान (22 पदक) और कजाकिस्तान (25 पदक) के बाद समग्र जूनियर चैंपियनशिप टीम रैंकिंग में तीसरा स्थान हासिल किया.