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पीठ पर घास का गट्ठर लादे पहाड़ पर हवा से बातें करती है ये लड़की, सोशल मीडिया पर हुई वायरल

Viral video of athlete Sarojini पहाड़ की एक युवती इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है. सरोजनी नाम की ये युवती जबरदस्त एथलीट है. उत्तराखंड के जिन पहाड़ों पर खाली हाथ चढ़ने में लोगों का दम फूलने लगता है, उन पहाड़ों पर सरोजनी पीठ पर घास का गट्ठर लादकर हवा से बातें करती है. आइए आज हम आपको बताते हैं कौन है सरोजनी और क्या हैं उसकी अब तक की उपलब्धियां.

Viral video of athlete Sarojini
चमोली समाचार
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 7, 2023, 11:48 AM IST

Updated : Nov 7, 2023, 4:04 PM IST

एथलीट सरोजनी सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं.

चमोली (उत्तराखंड): चमोली जनपद के देवाल विकासखंड के दूरस्थ चौड़ गांव की सरोजनी कोटेड़ी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. उनके अथक प्रयास से इन्होंने कई स्थानीय मैराथन दौड़ों में हिस्सा लेकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है. पहाड़ पर दौड़ती इस लड़की को जिसने भी देखा, वह इसके हौसले की चारों तरफ तारीफ कर रहे हैं.

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सरोजनी के दौड़ते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं.

पहाड़ पर हवा से बातें करती लड़की: पीठ पर घास का गट्ठर और चढ़ाई पर दौड़ रही इस लड़की के हौसले को हर कोई देखते ही रह जाता है. सरोजनी प्रदेश और देश का नाम दौड़ प्रतियोगिताओं में भाग लेकर रोशन करना चाहती है, लेकिन उसको आर्थिक सहायता की जरूरत है. इससे सरोजनी के हौसले की उड़ान पर कहीं न कहीं रुकावट पैदा हो रही है. सरकार अगर सरोजनी को मदद करती है तो वह आने समय मे भविष्य में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर राज्य का नाम रोशन कर सकेगी.

जानिए कौन है सरोजनी: आइए अब आपको सरोजनी के कुछ दौड़ के रिकॉर्ड बताते हैं. सरोजनी ने 15 अगस्त 2021 को देवाल में हुई 5 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया. इसके बाद गैरसैंण में हुई 2 अक्टूवर 2021 की 5 किलोमीटर की दौड़ में चौथा स्थान रहा. देवाल में फिर उसने 5 किमी की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया.

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सरोजनी हर मौके पर दौड़ लगाती है

दौड़ना है सरोजनी का जुनून: 20 फरवरी 2022 को नारायणबगड़ में आयोजित 1600 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पर रही. 14 फरवरी 2022 को पुलवामा अटैक की बरसी पर 50 किलोमीटर दौड़ लगा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. ये दौड़ चौड़ से नारायणबगड़ से आगे तक आयोजित की गई थी. 3 अप्रैल 2022 को कोटेश्वर मंदिर से चिरपटिया तक हुई 52 किलोमीटर की दौड़ में सरोजनी को फर्स्ट पोजीशन मिली. श्रीनगर में 5 किमी की दौड़ में भी सरोजनी को प्रथम स्थान मिला.

शहीदों को दौड़कर देती है श्रद्धांजलि: कर्णप्रयाग में आयोजित 5 किमी की दौड़ इस धाविका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. 26 जुलाई 2022 को कारगिल दिवस शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा लिया. धनपुर गांव में 5 किलोमीटर की दौड़ में दूसरा स्थान रहा. 15 अगस्त 2022 के दिन चौड़ से खेता तक 20 किलोमीटर की दौड़ पूरी की. इसके साथ ही सरोजनी ने महाकुंभ रैली में चक्का फेंक में भाग लिया. इस स्पर्धा में सरोजनी ने ब्लॉक में प्रथम स्थान प्राप्त किया. इसके बाद उसका सिलेक्शन डिस्ट्रिक्ट के लिए हुआ. वहां भी उसने चक्का फेंक में प्रथम स्थान प्राप्त किया. उसके बाद उसका सिलेक्शन स्टेट के लिए हुआ था.

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सरोजनी को सरकार से मदद की दरकार है.

7 दिसंबर को शहीद दिवस के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपने गांव चौड़ से सवाड़ गांव तक 35 किलोमीटर दौड़ लगाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. 26 मार्च 2023 को चिरपटिया में 10 किलोमीटर की दौड़ में भी भाग लिया और चौथा स्थान प्राप्त किया. जोशीमठ में 8 अप्रैल 2023 को 15 किलोमीटर रनिंग में पार्टिसिपेट किया और इसमें छठवां स्थान मिला. 13 अप्रैल 2023 को नगर पालिका परिषद कर्णप्रयाग द्वारा 5 किलोमीटर रन एंड फन का आयोजित किया गया था. इस दौड़ में सरोजनी को तीसरा स्थान मिला.

14 अप्रैल को श्रीनगर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती के अवसर पर खेल कल्याण समिति द्वारा आयोजित रन फॉर कंस्टीट्यूशन ओपन क्रॉस कंट्री कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें 5 किमी की दौड़ में सरोजनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. 5 जून 2023 को लाटू धाम के कपाट खुलने के अवसर पर सरोजनी ने 40 किलोमीटर दौड़ लगाई. 7 जून 2023 को उत्तराखंड राज्य के अशोक चक्र विजेता शहीद भवानी दत्त जोशी को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 किलोमीटर की दौड़ लगाई.

कई पुरस्कार जीत चुकी है सरोजनी: पहाड़ में पली बढ़ी सरोजनी बचपन से ही पढ़ने में तेज रही है. हौसले और जज्बे ने सरोजनी को अपने क्षेत्र में मैराथन में एक अलग पहचान बना दिलाई है. सरोजनी के हौसले को देखते हुए खेल विभाग ने कई बार सरोजनी को पुरस्कृत भी किया है.

सरोजनी को सरकारी मदद की जरूरत: सरोजनी हवा से बातें करते हुए दौड़ती हैं. हाफ मैराथन और लॉन्ग मैराथन में सरोजनी ने 19 बार प्रतिभाग किया है. इनमें उन्हें मैराथन में सात बार प्रथम स्थान मिला है. सरोजनी के पिता कृषक हैं. मां गृहिणी हैं. सरोजनी की 6 बहिन और दो भाइयों में पांचवें नंबर की है. सरोजनी को अगर अच्छी सुविधाएं और मार्गदर्शक कोच मिले तो वो राष्ट्रीय पटल पर भी प्रदेश का नाम रोशन कर सकती है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के लाल ने तंगहाली को नहीं आने दिया आड़े, गोवा 37वें राष्ट्रीय खेलों में जीता गोल्ड, रुला देगी पिता की संघर्ष की कहानी

एथलीट सरोजनी सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं.

चमोली (उत्तराखंड): चमोली जनपद के देवाल विकासखंड के दूरस्थ चौड़ गांव की सरोजनी कोटेड़ी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. उनके अथक प्रयास से इन्होंने कई स्थानीय मैराथन दौड़ों में हिस्सा लेकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है. पहाड़ पर दौड़ती इस लड़की को जिसने भी देखा, वह इसके हौसले की चारों तरफ तारीफ कर रहे हैं.

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सरोजनी के दौड़ते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं.

पहाड़ पर हवा से बातें करती लड़की: पीठ पर घास का गट्ठर और चढ़ाई पर दौड़ रही इस लड़की के हौसले को हर कोई देखते ही रह जाता है. सरोजनी प्रदेश और देश का नाम दौड़ प्रतियोगिताओं में भाग लेकर रोशन करना चाहती है, लेकिन उसको आर्थिक सहायता की जरूरत है. इससे सरोजनी के हौसले की उड़ान पर कहीं न कहीं रुकावट पैदा हो रही है. सरकार अगर सरोजनी को मदद करती है तो वह आने समय मे भविष्य में राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर राज्य का नाम रोशन कर सकेगी.

जानिए कौन है सरोजनी: आइए अब आपको सरोजनी के कुछ दौड़ के रिकॉर्ड बताते हैं. सरोजनी ने 15 अगस्त 2021 को देवाल में हुई 5 किलोमीटर की दौड़ में प्रथम स्थान हासिल किया. इसके बाद गैरसैंण में हुई 2 अक्टूवर 2021 की 5 किलोमीटर की दौड़ में चौथा स्थान रहा. देवाल में फिर उसने 5 किमी की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया.

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सरोजनी हर मौके पर दौड़ लगाती है

दौड़ना है सरोजनी का जुनून: 20 फरवरी 2022 को नारायणबगड़ में आयोजित 1600 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान पर रही. 14 फरवरी 2022 को पुलवामा अटैक की बरसी पर 50 किलोमीटर दौड़ लगा कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. ये दौड़ चौड़ से नारायणबगड़ से आगे तक आयोजित की गई थी. 3 अप्रैल 2022 को कोटेश्वर मंदिर से चिरपटिया तक हुई 52 किलोमीटर की दौड़ में सरोजनी को फर्स्ट पोजीशन मिली. श्रीनगर में 5 किमी की दौड़ में भी सरोजनी को प्रथम स्थान मिला.

शहीदों को दौड़कर देती है श्रद्धांजलि: कर्णप्रयाग में आयोजित 5 किमी की दौड़ इस धाविका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. 26 जुलाई 2022 को कारगिल दिवस शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 किलोमीटर की दौड़ में हिस्सा लिया. धनपुर गांव में 5 किलोमीटर की दौड़ में दूसरा स्थान रहा. 15 अगस्त 2022 के दिन चौड़ से खेता तक 20 किलोमीटर की दौड़ पूरी की. इसके साथ ही सरोजनी ने महाकुंभ रैली में चक्का फेंक में भाग लिया. इस स्पर्धा में सरोजनी ने ब्लॉक में प्रथम स्थान प्राप्त किया. इसके बाद उसका सिलेक्शन डिस्ट्रिक्ट के लिए हुआ. वहां भी उसने चक्का फेंक में प्रथम स्थान प्राप्त किया. उसके बाद उसका सिलेक्शन स्टेट के लिए हुआ था.

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सरोजनी को सरकार से मदद की दरकार है.

7 दिसंबर को शहीद दिवस के दिन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपने गांव चौड़ से सवाड़ गांव तक 35 किलोमीटर दौड़ लगाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी. 26 मार्च 2023 को चिरपटिया में 10 किलोमीटर की दौड़ में भी भाग लिया और चौथा स्थान प्राप्त किया. जोशीमठ में 8 अप्रैल 2023 को 15 किलोमीटर रनिंग में पार्टिसिपेट किया और इसमें छठवां स्थान मिला. 13 अप्रैल 2023 को नगर पालिका परिषद कर्णप्रयाग द्वारा 5 किलोमीटर रन एंड फन का आयोजित किया गया था. इस दौड़ में सरोजनी को तीसरा स्थान मिला.

14 अप्रैल को श्रीनगर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती के अवसर पर खेल कल्याण समिति द्वारा आयोजित रन फॉर कंस्टीट्यूशन ओपन क्रॉस कंट्री कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें 5 किमी की दौड़ में सरोजनी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. 5 जून 2023 को लाटू धाम के कपाट खुलने के अवसर पर सरोजनी ने 40 किलोमीटर दौड़ लगाई. 7 जून 2023 को उत्तराखंड राज्य के अशोक चक्र विजेता शहीद भवानी दत्त जोशी को श्रद्धांजलि देने के लिए 25 किलोमीटर की दौड़ लगाई.

कई पुरस्कार जीत चुकी है सरोजनी: पहाड़ में पली बढ़ी सरोजनी बचपन से ही पढ़ने में तेज रही है. हौसले और जज्बे ने सरोजनी को अपने क्षेत्र में मैराथन में एक अलग पहचान बना दिलाई है. सरोजनी के हौसले को देखते हुए खेल विभाग ने कई बार सरोजनी को पुरस्कृत भी किया है.

सरोजनी को सरकारी मदद की जरूरत: सरोजनी हवा से बातें करते हुए दौड़ती हैं. हाफ मैराथन और लॉन्ग मैराथन में सरोजनी ने 19 बार प्रतिभाग किया है. इनमें उन्हें मैराथन में सात बार प्रथम स्थान मिला है. सरोजनी के पिता कृषक हैं. मां गृहिणी हैं. सरोजनी की 6 बहिन और दो भाइयों में पांचवें नंबर की है. सरोजनी को अगर अच्छी सुविधाएं और मार्गदर्शक कोच मिले तो वो राष्ट्रीय पटल पर भी प्रदेश का नाम रोशन कर सकती है.
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Last Updated : Nov 7, 2023, 4:04 PM IST
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