लदंन: अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक ने माना है कि अगर अगले साल टोक्यो ओलंपिक का आयोजन नहीं हो पाता है तो इसे रद ही करना होगा.
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इस साल जुलाई-अगस्त में होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण इसे अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. अगले साल अब इसका आयोजन 23 जुलाई से आठ अगस्त तक होगा.
इससे पहले, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा था कि अगर टोक्यो ओलंपिक खेलों को और आगे बढ़ाया जाता है तो इसे रद कर दिया जाएगा. अब बाक ने भी इस बात पर सहमति जताई है कि अगर अगले साल तक कोरोना वायरस महामारी पर नियंत्रण नहीं पाया जा सकता है तो खेलों को रद करना पड़ेगा.
मीडिया ने बाक के हवाले से कहा, "ईमानदारी से कहूं तो मैं जापान की स्थिति समझता हूं क्योंकि आप आयोजन समिति में तीन या पांच हजार लोगों को लगातार नियुक्ति पर नहीं रख सकते. आप हर साल पूरी दुनिया का खेल कैलेंडर नहीं बदल सकते. आप खिलाड़ियों को अनिश्चितता की स्थिति में नहीं रख सकते."
उन्होंने कहा, "इसका कोई खाका नहीं है इसलिए हमें दिन-प्रतिदिन इसे मजबूत करना होगा. यह बेहद चुनौतीपूर्ण है और एक ही समय में आकर्षक है."
यह पूछे जाने पर कि क्या ओलंपिक को भी बिना दर्शकों के रूप में देखा जाएगा, बाक ने कहा कि वे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के चर्चा करने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर आएंगे.
बाक ने कहा, "यह वह नहीं है जो हम चाहते हैं क्योंकि ओलंपिक की भावना प्रशंसकों को एकजुट करने के बारे में है. यही खेलों को इतना खास बनाता है कि वे एक ओलंपिक स्टेडियम में हैं. दुनिया भर के सभी प्रशंसक एक साथ हैं."
इसके पहले थॉमस बाक ने कहा था कि स्थगित हुए टोक्यो ओलंपिक की मेजबानी के लिए आईओसी 80 करोड़ डॉलर का खर्च उठाने को तैयार है.
बाक ने आईओसी के कार्यकारी बोर्ड के साथ हुई बैठक के बाद टेलीकॉन्फ्रेंस में कहा, "हमने अनुमान लगाया है कि हमें टोक्यो 2020 की मेजबानी के लिए हमारी तरफ से 80 करोड़ डॉलर का खर्च उठाना होगा."