टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) की उस एकपक्षीय टिप्पणी से नाराज है जिसमें उसने कहा है कि स्थगित ओलंपिक खेलों का अतिरिक्त खर्च जापान को वहन करना होगा.
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, आईओसी ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, "जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने कहा है कि जापान 2020 के मौजूदा करार के तहत खेलों का खर्च वहन करेगा और आईओसी इसमें अपनी भागीदारी जारी रखेगी."
बयान में लिखा है, "आईओसी को यह बात पता है कि यह अतिरिक्त खर्च करोड़ों डॉलर में पहुंचेगा."
टोक्यो आयोजन समिति-2020 के प्रवक्ता मासा टाकाया ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, "हमें लगता है कि प्रधानमंत्री का नाम लेकर उनके हवाले से इस तरह की बात नहीं की जानी चाहिए."
उन्होंने बताया कि आयोजन समिति ने आईओसी से इस बयान को वेबसाइट से हटाने की अपील की है.
उन्होंने कहा, "हम आईओसी की टीम से अपील करते हैं कि प्रधानमंत्री का नाम नहीं लिया जाना चाहिए और वेबसाइट को हमारी सहमति से आगे की बात पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. हमें अभी तक इसका जवाब नहीं मिला है."
उन्होंने कहा कि 24 मार्च को आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक और प्रधानमंत्री के बीच टेलीकॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बातचीत में इस बात पर चर्चा नहीं हुई थी कि इस खर्च का जिम्मा कौन उठाएगा.
उन्होंने कहा, "टोक्यो 2020, आईओसी और संबंधित संगठन समान मुद्दों पर नजर बनाए रखेंगे."
इससे पहले टोक्यो ओलंपिक के आयोजनकर्ताओं ने सोमवार को घोषणा की कि इस साल होने वाले निप्पॉन उत्सव के सभी चार सांस्कृतिक कार्यक्रमों को रद कर दिया गया है.
इस उत्सव का आयोजन इस साल मार्च के आखिर से सितंबर तक होना था. यह टोक्यो 2020 का आधिकारिक सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जिसका उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को मौके देना था ताकि वे इन खेलों में सहभागी बन सकें.