नई दिल्ली: भारत का चार सदस्यीय ताइक्वांडो दल 14 दिन के क्वारंटीन नियमों से अनभिज्ञ होने के कारण जॉर्डन में आयोजित एशियन ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाई. दो दिवसीय एशियन ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट का शनिवार को ओमान में समापन हो गया.
एक ताइक्वांडो कोच ने कहा, "भारतीय ताइक्वांडो टीम जॉर्डन में ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकी क्योंकि आयोजन समिति ने भारत में कोविड-19 मामलों के बढ़ते मामलों कारण भारतीय टीम को वीजा देने से इनकार कर दिया था."
चार सदस्यीय राष्ट्रीय टीम का चयन 7 मई को लखनऊ में किया गया था, लेकिन उस समय देश में खेल को चलाने वाली संस्था द्वारा दो सप्ताह के अनिवार्य क्वारंटीन नियम से अवगत नहीं कराया गया था.
कशिश मलिक (57 किग्रा) और मार्गरेटगे रेगी (67 किग्रा) को महिला वर्ग में, जबकि अक्षय हुड्डा (68 किग्रा) और नवजीत सिंह मान (80 किग्रा) को एशियाई क्वालीफाइंग प्रतियोगिता के लिए पुरुष वर्ग में चुना गया था.
राष्ट्रीय खेल संहिता का पालन न करने के बाद खेल मंत्रालय ने 2014 में ताइक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीएफआई) की मान्यता रदद कर दी थी और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और भारतीय ओलंपिक संघ ने लखनऊ में ताइक्वांडो ट्रायल का आयेजन किया था.