बेंगलुरू: पिछले साल कोविड- 19 महामारी के चलते तैराकी पूल बंद रहने के कारण एसएफआई को 2020 में राष्ट्रीय एक्वाटिक चैंपियनशिप रद्द करने के लिए बाध्य होना पड़ा था. इस साल बेंगलुरू में 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1500 से अधिक प्रतिभागियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है.
सब जूनियर एवं जूनियर चैंपियनशिप के बाद 26 अक्टूबर से बहुप्रतीक्षित 74वीं सीनियर राष्ट्रीय एक्वाटिक चैंपियनशिप का आयोजन होगा. एसएफआई के महासचिव मोनल चोकसी ने कहा, हम रोमांचित हैं कि महामारी के कारण पूरे भारत में तैराकी गतिविधियों में व्यवधान के बाद अंतत: राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है.
उन्होंने कहा, राष्ट्रीय चैंपियनशिप की तारीखों की घोषणा करने से पहले हमें सुनिश्चित करना था कि सभी राज्यों ने प्रतिस्पर्धी तैराकों के लिए तैराकी शुरू कर दी हो. मुझे यह बताते हुए खुशी है कि सभी सदस्य इकाइयां प्रतिष्ठित राष्ट्रीय चैंपियनशिप के आयोजन को लेकर सर्वसम्मत थीं.
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जूनियर एवं सब जूनियर चैंपियन चयन ट्रायल भी होगी, जिसके आधार पर एसएफआई जनवरी में दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय तैराकी टीम के साथ ट्रेनिंग और प्रतिस्पर्धा पेश करने वाली 10 सदस्यीय टीम का चयन करेगा. महासंघ 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए दीर्घकालिक राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत तैराकों की पहचान करेगा.
तैराकी स्पर्धाओं का आयोजन नवीनीकृत बसावनगुदी एक्वाटिक केंद्र में होगा, जबकि गोताखोरी की स्पर्धाएं केनसिंगटन तैराकी पूल और वाटर पोलो की स्पर्धाएं नेटकलप्पा एक्वाटिक केंद्र में होंगी.
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सीनियर वर्ग में दिग्गज भारतीय तैराक साजन प्रकाश और श्रीहरि नटराज व्यक्तिगत चैंपियनशिप खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगे. इसी साल दोनों भारतीय तैराक ओलंपिक मानक समय हासिल करके ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय तैराक बने थे.