हैदराबाद: भैंसों की परंपरागत दौड़ (कम्बाला) में शानदार प्रदर्शन करके सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोरने वाले धावक श्रीनिवास गौड़ा ने बेंगलुरु स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में ट्रायल देने से मना कर दिया है.
कर्नाटक के रहने वाला युवक श्रीनिवास गौड़ा ने भैसों की रेस में 13.62 सेकंड में 142.50 मीटर की रेस पूरी करके तहलका मचा दिया है. लोगों का दावा है कि युवक ने दुनिया के सबसे तेज धावक उसैन बोल्ट का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
कर्नाटक में रहने वाले एक युवक के एक खास रिकॉर्ड पर काफी चर्चा हुई है उसमें उस युवक ने 142.50 मीटर की रेस को महज 13.62 सेकेंड में पूरी कर इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवाया है. ऐसे में कई लोगों का दावा है कि युवक ने उसैन बोल्ट का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
आपको बता दें कि कर्नाटक के रहने वाला युवक श्रीनिवास गौड़ा ने पारंपरिक भैसों की रेस में 13.62 सेकंड में 142.50 मीटर की रेस पूरी की है. यानि अगर ये रेस100 मीटर की होती तो वो इसे मात्रा 9.55 सेकंड में पूरी कर लेते. इस युवक का वीडियो सोशल मिडिया में खुब वायरल हो रहा है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होंने के बाद लोगों ने लगातार खेल मंत्री किरण रिजिजू को टैग कर उनका ध्यान खिंचा. इसके बाद रिजिजू ने ट्वीट किया है और श्रीनिवास को ट्रायल के लिए बुलाए जाने की बात कही है.
किरेन रिजिजू ने अपने ट्वीट में लिखा कि 'मैं साई कोचों के द्वारा कर्नाटक के श्रीनिवास गौड़ा को ट्रायल के लिए बुलाऊंगा, एथलेटिक्स में ओलंपिक के मानकों के बारे में लोगों में ज्ञान की कमी है, लेकिन मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भारत की कोई भी प्रतिभा छूट ना जाए."
उसके बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा, "श्रीनिवास को रेल का टिकट दे दिया गया है उनका सोमवार को ट्रायल लिया जाएगा".
श्रीनिवास द्वारा इतना बड़ा रिकॉर्ड का दावा करने के बाद उन्होंने अपने इतने तेज दौड़ने को लेकर की गई प्रैक्टिस के बारे में बताया. उन्होंने कहा, "हम 2012 से कंबाला (भैंस की दौड़) में भाग ले रहे हैं. उसके बाद, हमारे समूह को बाइक और कारों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक दौड़ की चुनौती मिली थी. उसके बाद 2013 में मंगलुरु में कंबाला खेलों का आयोजन हुआ और उस दौड़ में मुझे पहला स्थान मिला. बाद में मैंने हाल ही में आयोजित कंबाला में भाग लिया और उसमें 13.42 सेकंड में 142 मीटर दौड़ लगाई."
उन्होंने आगे कहा, "मैं इसके बारे में बहुत खुश हूं, और हर कोई मुझे बता रहा है कि सिर्फ उसैन बोल्ट इस तरह से दौड़ पांए हैं, मैं ये कहना चाहुंगा कि उस रफ्तार से दौड़ने के लिए मेरी भैंस ने भी मेरी इतनी मदद की. उसैन बोल्ट ट्रैक में दौड़ने हैं लेकिन हम कीचड़ में दौड़ रहे हैं. मैं उनके रिकॉर्ड को तोड़ने में सक्षम नहीं हो सकता और वो भी यहां (कीचड़ में) दौड़ नहीं सकते. उन्होंने दुनिया में लाखों दिल जीते और मैंने कंबाला में हज़ारों दिल जीते.