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WFI Controversy: खेल मंत्रालय निगरानी समिति में शामिल कर सकता है और सदस्य

डब्ल्यूएफआई विवाद में पहलवान साक्षी मलिक ने ट्वीट किया था कि समिति के गठन पर हमसे सलाह नहीं ली गई. इस ट्वीट के बाद सरकार पर सवाल खड़े हो गए थे. वहीं अब आईएएनएस सूत्रों का कहना है कि एमसी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति में और सदस्य शामिल हो सकते हैं.

WFI Controversy
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Published : Jan 26, 2023, 10:49 PM IST

नई दिल्ली: भारत के शीर्ष पहलवानों के उनकी सलाह के बिना खेल मंत्रालय द्वारा निगरानी समिति गठित किए जाने पर निराशा व्यक्त किए जाने के बाद सूत्रों ने 'आईएनएस' से कहा कि सरकार पैनल में और नाम जोड़ सकती है जो भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण और भ्रष्टाचार के लगे आरोपों की जांच करेगा. सूत्रों ने कहा, 'समिति के गठन के बाद पहलवानों ने खेल मंत्री से मुलाकात की और उन्हें कुछ नाम सुझाए. उन्हें वादा किया गया कि और सदस्य जोड़े जाएंगे तथा उन्हें न्याय दिया जाएगा'.

उल्लेखनीय है कि बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मालिक ने यह कहते हुए नाराजगी जताई थी कि एमसी मैरीकॉम के नेतृत्व में निगरानी समिति गठित करने से पहले सरकार ने उनके साथ विचार-विमर्श नहीं किया. गुरूवार को सरकार ने एक से पांच फरवरी तक क्रोएशिया में होने वाले पहले रैंकिंग सीरीज जागरेब ओपन ग्रां प्री में हिस्सा लेने के लिए 55 सदस्यीय भारतीय पुरुष और महिला कुश्ती दल को सरकार के खर्चे पर मंजूरी दे दी थी. इन 55 सदस्यों में 12 महिला पहलवान, 11 ग्रीको रोमन पहलवान और 13 फ्री स्टाइल पहलवान शामिल हैं.

इस दल की निगरानी समिति ने सिफारिश की थी. फिलहाल यह पता नहीं है कि बजरंग, विनेश और रवि इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे या नहीं, क्योंकि उन्होंने कहा है कि बृज भूषण को बर्खास्त किए जाने तक वे किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे. बुधवार रात तक बजरंग और विनेश इस बात पर अड़े थे कि वे क्रोएशिया नहीं जाएंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले एक-दो दिनों में क्या होता है. गौरतलब है कि 18 जनवरी पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया और सत्यव्रत कादयान समैत कई रेसलर ने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर मनमानी रवैया अपनाने और यौन शोषण के साथ कई तरह के उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए जंतर मंतर पर धरना शुरू कर दिया था. इसके बाद 20 जनवरी को सरकार ने मेरीकॉम के नेतृत्व में मामले के जांच के लिए ओवरसाइट कमेटी का गठन किया है.
(इनपुटः आईएएनएस)

ये भी पढ़ेंः WFI Controversy: सरकार की ओवरसाइट कमेटी पर विवाद, खिलाड़ियों से नहीं ली गई थी राय

नई दिल्ली: भारत के शीर्ष पहलवानों के उनकी सलाह के बिना खेल मंत्रालय द्वारा निगरानी समिति गठित किए जाने पर निराशा व्यक्त किए जाने के बाद सूत्रों ने 'आईएनएस' से कहा कि सरकार पैनल में और नाम जोड़ सकती है जो भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण और भ्रष्टाचार के लगे आरोपों की जांच करेगा. सूत्रों ने कहा, 'समिति के गठन के बाद पहलवानों ने खेल मंत्री से मुलाकात की और उन्हें कुछ नाम सुझाए. उन्हें वादा किया गया कि और सदस्य जोड़े जाएंगे तथा उन्हें न्याय दिया जाएगा'.

उल्लेखनीय है कि बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मालिक ने यह कहते हुए नाराजगी जताई थी कि एमसी मैरीकॉम के नेतृत्व में निगरानी समिति गठित करने से पहले सरकार ने उनके साथ विचार-विमर्श नहीं किया. गुरूवार को सरकार ने एक से पांच फरवरी तक क्रोएशिया में होने वाले पहले रैंकिंग सीरीज जागरेब ओपन ग्रां प्री में हिस्सा लेने के लिए 55 सदस्यीय भारतीय पुरुष और महिला कुश्ती दल को सरकार के खर्चे पर मंजूरी दे दी थी. इन 55 सदस्यों में 12 महिला पहलवान, 11 ग्रीको रोमन पहलवान और 13 फ्री स्टाइल पहलवान शामिल हैं.

इस दल की निगरानी समिति ने सिफारिश की थी. फिलहाल यह पता नहीं है कि बजरंग, विनेश और रवि इस टूर्नामेंट में भाग लेंगे या नहीं, क्योंकि उन्होंने कहा है कि बृज भूषण को बर्खास्त किए जाने तक वे किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे. बुधवार रात तक बजरंग और विनेश इस बात पर अड़े थे कि वे क्रोएशिया नहीं जाएंगे. यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले एक-दो दिनों में क्या होता है. गौरतलब है कि 18 जनवरी पहलवान साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, संगीता फोगाट, अंशु मलिक, बजरंग पूनिया और सत्यव्रत कादयान समैत कई रेसलर ने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर मनमानी रवैया अपनाने और यौन शोषण के साथ कई तरह के उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए जंतर मंतर पर धरना शुरू कर दिया था. इसके बाद 20 जनवरी को सरकार ने मेरीकॉम के नेतृत्व में मामले के जांच के लिए ओवरसाइट कमेटी का गठन किया है.
(इनपुटः आईएएनएस)

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