काठमांडू: भारत ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों के समापन के एक दिन पहले मुक्केबाजी में छह स्वर्ण के बूते सोमवार को यहां अपने पदकों की संख्या 300 के करीब पहुंचा दी.
प्रतिस्पर्धा के आठवें दिन भारतीय खिलाड़ियों ने 27 स्वर्ण, 12 रजत और तीन कांस्य सहित 42 पदक जीते.
आखिरी दिन रहेगा खास
भारत के कुल पदकों की संख्या 294 (159 स्वर्ण, 91 रजत और 44 कांस्य) हो गई जिससे वे तालिका मे शीर्ष पर काबिज है. नेपाल 195 पदक (49 स्वर्ण, 54 रजत और 92 कांस्य) दूसरे और श्रीलंका 236 पदक (39 स्वर्ण, 79 रजत और 118 कांस्य) तीसरे स्थान पर है.
भारत को प्रतियोगिता के आखिरी दिन मुक्केबाजी के सात स्पर्धाओं में भाग लेना है ऐसे में गुवाहाटी में 309 पदकों का रिकॉर्ड टूटना मुश्किल है. भारत हालांकि एक बार फिर 300 पदकों की संख्या को पार करेगा.
सांतवा दिन रहा मुक्केबाजों के नाम
सोमवार को भारत को सबसे ज्यादा पदक मुक्केबाजी में मिले. पुरुष वर्ग में राष्ट्रीय चैंपियन अंकित खटाना (75 किग्रा) और उदीयमान कलाइवानी श्रीनिवासन (48 किग्रा) के अलावा विनोद तंवर (49 किग्रा), सचिन (56 किग्रा) और गौरव चौहान (91 किग्रा) ने भी सोने के तमगे जीते जबकि महिला वर्ग में परवीन (60 किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक जीता.
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मनीष कौशिक को हालांकि रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
गौरव बालियान (पुरुष, 74 किग्रा वर्ग) और अनिता शेरोन (महिला, 68 किग्रा वर्ग) कुश्ती स्पर्धा भारत को दो और स्वर्ण दिलाएं. भारत ने कुश्ती स्पर्धा में 14 स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान का समापन किया.
कुश्ती के सभी वर्गों में स्वर्ण
सैग खेलों में कुश्ती की 20 स्पर्धाएं थी लेकिन नियमों के मुताबिक कोई भी देश 14 से अधिक स्पर्धा में भाग नहीं ले सकता है ऐसे में भारत ने पुरूष और महिला वर्ग के सात-सात भार वर्ग में हिस्सा लिया और सभी में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहा.
अन्य खेलों में भी रहा भारत का दबदबा
तलवारबाजी में भी भारतीय खिलाड़ी सोमवार को तीनों स्वर्ण जीतने में सफल रहे. पुरुष के फोइल टीम स्पर्धा के साथ महिला टीम ने ईपी और साबेर स्पर्धाओं में शीर्ष पर रही.
भारत ने कबड्डी और बास्केटबॉल तीन गुणा तीन में भी सूपड़ा साफ किया जहां पुरुषों और महिलाओं की दोनो वर्गों की टीमों ने स्वर्ण जीता.
स्ट्राइकर बाला देवी ने दिखाया कमाल
भारतीय महिला फुटबॉल टीम ने मेजबान नेपाल को 2-0 से हराकर लगातार तीसरी बार स्वर्ण पदक जीता. भारतीय जीत की नायिका एक बार फिर से स्ट्राइकर बाला देवी रही जिन्होंने दोनों हाफ में एक-एक गोल किया.
मणिपुर की 29 साल की ये खिलाड़ी टूर्नामेंट की शीर्ष स्कोरर रहीं. उन्होंने चार मैचों में पांच गोल किए.
निशानेबाजी में अनुराज सिंघा और श्रवण कुमार की भारतीय जोड़ी ने मिश्रित एअर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया. निशानेबाजी में भारत ने 18 स्वर्ण, 7 रजत और 4 कांस्य पदक अपने नाम किए.