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Sania Mirza lost last grand slam : आखिरी ग्रैंड स्लैम हारने के बाद भावुक हुईं सानिया मिर्जा

ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिक्स्ड डबल्स में सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना को हार का सामना करना पड़ा. इसी हार के साथ सानिया ने अपने करियर को भी अलविदा कह दिया. सानिया ने 18 साल पहले प्रोफेशनल टेनिस खेलना शुरू किया था. तब से लेकर आज तक उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया.

सानिया मिर्जा आखिरी ग्रैंड स्लैम हारीं
सानिया मिर्जा
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Published : Jan 27, 2023, 11:20 AM IST

Updated : Jan 27, 2023, 5:09 PM IST

मेलबर्न: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिक्स्ड डबल्स के खिताबी मुकाबले में हार के बाद रो पड़ीं. सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को खिताबी मुकाबले में ब्राजील की जोड़ी स्टेफनी और माटोस ने हराया. इस मैच में सानिया-बोपन्ना की जोड़ी को 6-7(2) 2-6 से हार झेलनी पड़ी. भारतीय जोड़ी फाइनल में हार कर दूसरे स्थान पर रही. अंतिम ग्रैंड स्लैम में सानिया मिर्जा के साथ उनका बेटा इजहान भी नजर आया.

साथी खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने याद किया सफर
रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna) ने हार के बाद सानिया मिर्जा (Sania Mirza) को उनके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं दीं. लेकिन इसी दौरान सानिया अपने आंसू नहीं रोक पाईं. बोपन्ना ने कहा कि सानिया ने देश के युवाओं खासकर लड़कियों को टेनिस खेल के प्रति प्रेरित किया है. बोपन्ना ने कहा, 'सानिया पर भारत को गर्व है क्योंकि उसने हमेशा भारत को गौरवान्वित किया है.

मेलबर्न में हुई थी शुरूआत वहीं हुआ अंत
भावनाओं का काबू रखकर सानिया ने माइक हाथ में लिया और सभी का सहयोग के लिए धन्यावाद किया. सानिया ने ब्राजील की विजेता जोड़ी को बधाई भी दी. इसके बाद उन्होंने कहा, 'मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न से ही 2005 में शुरू हुआ था. आज ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहने के लिए इससे अच्छी जगह हो ही नहीं सकती थी. 36 साल की सानिया ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि दुबई में अगले महीने होने वाली डब्ल्यूटीए प्रतियोगिता उनके करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा.

सानिया के शानदार करियर पर नजर
सानिया ने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं, जिसमें तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल खिताब शामिल हैं. वह भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं. सानिया और बोपन्ना की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी को रॉड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस से हार का सामना करना पड़ा।

सानिया ने रोहन का कहा थैंक्स
सानिया ने कहा, 'ये खुशी के आंसू हैं. मुझे अभी दो और टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है. सानिया ने बोपन्ना का आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'मिश्रित युगल में रोहन मेरा पहला जोड़ीदार था. तब मैं 14 साल की थी और हमने राष्ट्रीय खिताब जीता था. यह 22 साल पुरानी बात है. वह मेरा सर्वश्रेष्ठ मित्र और मेरे सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदारों में से एक है. 42 वर्षीय बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन के रुप में मिश्रित युगल का एक ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है.

महेश भूपति के साथ रहा शानदार सफर
सानिया ने महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) के साथ मिलकर 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता था. उन्होंने 2014 में ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन का मिश्रित युगल खिताब अपने नाम किया था. रॉड लेवर एरेना में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है. उन्होंने यहां महिला युगल और मिश्रित युगल का खिताब जीता है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई ओपन में वह चार बार उपविजेता भी रही हैं.

18 साल की उम्र में की थी शुरूआत
सानिया ने कहा, 'मैंने 2005 में 18 साल की उम्र में यहां शुरुआत की थी और तब मैं सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी. मुझे यहां बार-बार आने और कुछ टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने का सौभाग्य मिला और मैंने यहां कुछ अच्छे फाइनल खेले. रॉड लेवर एरेना निश्चित तौर पर मेरी जिंदगी में विशेष स्थान रखता है. अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत करने के लिए इससे बढ़िया स्थान कोई नहीं हो सकता. इस दौरान बेटे इजहान और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति ने मौके को खास बना दिया.

बेटे के सामने खेलना रहा खास
सानिया ने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलूंगी इसलिए यह मेरे लिए खास है. मेरा चार साल का बेटा यहां है और मेरे माता-पिता यहां हैं. रोहन की पत्नी, मेरा ट्रेनर और मेरा परिवार ऑस्ट्रेलिया में है जिससे मुझे यहां घर जैसा माहौल लग रहा है. कारा ब्लैक मेरी बहुत अच्छी सहेली और मेरी सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदार रही है. मैं इन सब जोड़ीदारों के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकती थी और इसलिए वे मेरे लिए खास हैं.

इसे भी पढ़ें- IND VS NZ : पहले टी20 में जानिए किसका कटेगा पत्ता, किसे मिलेगी प्लेइंग 11 में जगह

सर्विस गंवाने के कारण गंवाना पड़ा मैच
भारतीय जोड़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले गेम में ही उन्होंने अपनी सर्विस गंवा दी. लेकिन भारत के इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों ने लगातार तीन गेम जीतकर अच्छी वापसी की और जल्द ही 5-3 से बढ़त हासिल की. बोपन्ना की खराब सर्विस के कारण हालांकि उन्हें टाईब्रेकर तक जाना पड़ा. ब्राजील की जोड़ी ने टाईब्रेकर में जीत दर्ज करने के बाद दूसरे सेट में भी अपना दबदबा बनाए रखा. सानिया इस बीच चौथे और आठवें गेम में अपनी सर्विस नहीं बचा पाई थी.

मेलबर्न: भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के मिक्स्ड डबल्स के खिताबी मुकाबले में हार के बाद रो पड़ीं. सानिया और बोपन्ना की जोड़ी को खिताबी मुकाबले में ब्राजील की जोड़ी स्टेफनी और माटोस ने हराया. इस मैच में सानिया-बोपन्ना की जोड़ी को 6-7(2) 2-6 से हार झेलनी पड़ी. भारतीय जोड़ी फाइनल में हार कर दूसरे स्थान पर रही. अंतिम ग्रैंड स्लैम में सानिया मिर्जा के साथ उनका बेटा इजहान भी नजर आया.

साथी खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने याद किया सफर
रोहन बोपन्ना (Rohan Bopanna) ने हार के बाद सानिया मिर्जा (Sania Mirza) को उनके शानदार करियर के लिए शुभकामनाएं दीं. लेकिन इसी दौरान सानिया अपने आंसू नहीं रोक पाईं. बोपन्ना ने कहा कि सानिया ने देश के युवाओं खासकर लड़कियों को टेनिस खेल के प्रति प्रेरित किया है. बोपन्ना ने कहा, 'सानिया पर भारत को गर्व है क्योंकि उसने हमेशा भारत को गौरवान्वित किया है.

मेलबर्न में हुई थी शुरूआत वहीं हुआ अंत
भावनाओं का काबू रखकर सानिया ने माइक हाथ में लिया और सभी का सहयोग के लिए धन्यावाद किया. सानिया ने ब्राजील की विजेता जोड़ी को बधाई भी दी. इसके बाद उन्होंने कहा, 'मेरा प्रोफेशनल करियर मेलबर्न से ही 2005 में शुरू हुआ था. आज ग्रैंड स्लैम करियर को अलविदा कहने के लिए इससे अच्छी जगह हो ही नहीं सकती थी. 36 साल की सानिया ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि दुबई में अगले महीने होने वाली डब्ल्यूटीए प्रतियोगिता उनके करियर का आखिरी टूर्नामेंट होगा.

सानिया के शानदार करियर पर नजर
सानिया ने अपने करियर में छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं, जिसमें तीन महिला युगल और इतने ही मिश्रित युगल खिताब शामिल हैं. वह भारत की सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी हैं. सानिया और बोपन्ना की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी को रॉड लेवर एरेना में खेले गए फाइनल में लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस से हार का सामना करना पड़ा।

सानिया ने रोहन का कहा थैंक्स
सानिया ने कहा, 'ये खुशी के आंसू हैं. मुझे अभी दो और टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है. सानिया ने बोपन्ना का आभार व्यक्त करते हुए कहा, 'मिश्रित युगल में रोहन मेरा पहला जोड़ीदार था. तब मैं 14 साल की थी और हमने राष्ट्रीय खिताब जीता था. यह 22 साल पुरानी बात है. वह मेरा सर्वश्रेष्ठ मित्र और मेरे सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदारों में से एक है. 42 वर्षीय बोपन्ना ने फ्रेंच ओपन के रुप में मिश्रित युगल का एक ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है.

महेश भूपति के साथ रहा शानदार सफर
सानिया ने महेश भूपति (Mahesh Bhupathi) के साथ मिलकर 2009 में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 में फ्रेंच ओपन का मिश्रित युगल खिताब जीता था. उन्होंने 2014 में ब्राजील के ब्रूनो सोरेस के साथ मिलकर अमेरिकी ओपन का मिश्रित युगल खिताब अपने नाम किया था. रॉड लेवर एरेना में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है. उन्होंने यहां महिला युगल और मिश्रित युगल का खिताब जीता है. इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई ओपन में वह चार बार उपविजेता भी रही हैं.

18 साल की उम्र में की थी शुरूआत
सानिया ने कहा, 'मैंने 2005 में 18 साल की उम्र में यहां शुरुआत की थी और तब मैं सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी. मुझे यहां बार-बार आने और कुछ टूर्नामेंट में जीत दर्ज करने का सौभाग्य मिला और मैंने यहां कुछ अच्छे फाइनल खेले. रॉड लेवर एरेना निश्चित तौर पर मेरी जिंदगी में विशेष स्थान रखता है. अपने ग्रैंडस्लैम करियर का अंत करने के लिए इससे बढ़िया स्थान कोई नहीं हो सकता. इस दौरान बेटे इजहान और परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति ने मौके को खास बना दिया.

बेटे के सामने खेलना रहा खास
सानिया ने कहा, 'मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपने बेटे के सामने ग्रैंडस्लैम फाइनल खेलूंगी इसलिए यह मेरे लिए खास है. मेरा चार साल का बेटा यहां है और मेरे माता-पिता यहां हैं. रोहन की पत्नी, मेरा ट्रेनर और मेरा परिवार ऑस्ट्रेलिया में है जिससे मुझे यहां घर जैसा माहौल लग रहा है. कारा ब्लैक मेरी बहुत अच्छी सहेली और मेरी सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदार रही है. मैं इन सब जोड़ीदारों के बिना कुछ भी हासिल नहीं कर सकती थी और इसलिए वे मेरे लिए खास हैं.

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सर्विस गंवाने के कारण गंवाना पड़ा मैच
भारतीय जोड़ी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले गेम में ही उन्होंने अपनी सर्विस गंवा दी. लेकिन भारत के इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों ने लगातार तीन गेम जीतकर अच्छी वापसी की और जल्द ही 5-3 से बढ़त हासिल की. बोपन्ना की खराब सर्विस के कारण हालांकि उन्हें टाईब्रेकर तक जाना पड़ा. ब्राजील की जोड़ी ने टाईब्रेकर में जीत दर्ज करने के बाद दूसरे सेट में भी अपना दबदबा बनाए रखा. सानिया इस बीच चौथे और आठवें गेम में अपनी सर्विस नहीं बचा पाई थी.

Last Updated : Jan 27, 2023, 5:09 PM IST
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