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पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक व शीतकालीन पैरालंपिक की मशाल जारी - पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक

मशाल पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की विचारधारा और चीनी संस्कृति का महत्वपूर्ण वाहक है, जिसमें पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की इच्छा व भावना छिपी हुई है.

Pai-ching Winter olympics and Pai-ching winter para Olympics torch inaugurated
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Published : Feb 6, 2021, 7:21 AM IST

बीजिंग : 4 फरवरी की रात को पेइचिंग वर्ष 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन की एक साल की उलटी गिनती पेइचिंग के राष्ट्रीय तैराकी केंद्र वॉटर क्यूब में आयोजित हुई.

मौके पर शीतकालीन ओलंपिक और शीतकालीन पैरालंपिक की मशाल 'उड़ान' को औपचारिक रूप से जारी किया गया. मशाल पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की विचारधारा और चीनी संस्कृति का महत्वपूर्ण वाहक है, जिसमें पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की इच्छा व भावना छिपी हुई है.

ये भी पढ़े: पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक के सफल आयोजन को लेकर आश्वस्त हैं थॉमस बाक

पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की मशाल का आकार देखने में बहुत जीवंत व शक्तिशाली है. इसके रंग रजत व लाल है अर्थात बर्फ व आग का मिलन समारोह. लोग जोश से बर्फ को रोशनी देते हैं, और दुनिया के लिये प्रेम व आशा देते हैं. शीतकालीन पैरालंपिक की मशाल का आकार शीतकालीन ओलंपिक की तरह है. पर इसके रंग रजत व स्वर्ण हैं यानी उज्जवल सपना, जिसमें साहस, दृण संकल्प, प्रोत्साहन और समानता जाहिर होती हैं. उनके अलावा मशाल के नीचे ब्रेल लिपि द्वारा पेइचिंग वर्ष 2022 शीतकालीन पैरालंपिक भी लिखा हुआ है.

ये भी पढ़े: पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक कैसे दुनिया को आश्वस्त करेगा

गौरतलब है कि पेइचिंग ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पहला शहर बन गया, जहां ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाता है इसलिए 'उड़ान' नामक मशाल का स्वरूप वर्ष 2008 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के मुख्य मशाल टॉवर से मिलता-जुलता है.

बीजिंग : 4 फरवरी की रात को पेइचिंग वर्ष 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन की एक साल की उलटी गिनती पेइचिंग के राष्ट्रीय तैराकी केंद्र वॉटर क्यूब में आयोजित हुई.

मौके पर शीतकालीन ओलंपिक और शीतकालीन पैरालंपिक की मशाल 'उड़ान' को औपचारिक रूप से जारी किया गया. मशाल पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की विचारधारा और चीनी संस्कृति का महत्वपूर्ण वाहक है, जिसमें पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की इच्छा व भावना छिपी हुई है.

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पेइचिंग शीतकालीन ओलंपिक की मशाल का आकार देखने में बहुत जीवंत व शक्तिशाली है. इसके रंग रजत व लाल है अर्थात बर्फ व आग का मिलन समारोह. लोग जोश से बर्फ को रोशनी देते हैं, और दुनिया के लिये प्रेम व आशा देते हैं. शीतकालीन पैरालंपिक की मशाल का आकार शीतकालीन ओलंपिक की तरह है. पर इसके रंग रजत व स्वर्ण हैं यानी उज्जवल सपना, जिसमें साहस, दृण संकल्प, प्रोत्साहन और समानता जाहिर होती हैं. उनके अलावा मशाल के नीचे ब्रेल लिपि द्वारा पेइचिंग वर्ष 2022 शीतकालीन पैरालंपिक भी लिखा हुआ है.

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गौरतलब है कि पेइचिंग ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पहला शहर बन गया, जहां ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन दोनों ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाता है इसलिए 'उड़ान' नामक मशाल का स्वरूप वर्ष 2008 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के मुख्य मशाल टॉवर से मिलता-जुलता है.

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