नई दिल्ली : भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) मेजबानी की फीस देने में असमर्थ रहा जिसके कारण ये टूर्नामेंट भारत के हाथ से चला गया. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज संघ (एआईबीए) ने कहा है कि अब भारत को 500 डॉलर की कैंसिलेशन फीस देनी होगी.
तय मेजबानी फीस न दे पाने के कारण नई दिल्ली को मेजबानी नहीं मिली
एआईबीए ने एक बयान में कहा, "मेजबान शहर को लेकर जो नियम हैं, उसके मुताबिक तय मेजबानी फीस न दे पाने के कारण नई दिल्ली को मेजबानी नहीं मिली है. इसलिए अब भारत को 500 डॉलर की कैंसिलेशन फीस देनी होगी."
इस टूर्नामेंट की मेजबानी अब सर्बिया के बेलग्रेड को मिली है. एआईबीए के अध्यक्ष मोहम्मद मुस्ताहसेन ने कहा है कि ये चैम्पियनशिप अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक खेलों के बाद आयोजित की जाएगी.
मुक्केबाजों को फायदा होगा
उन्होंने कहा, "ओलम्पिक के पुननिर्धारित होने के कारण एआईबीए की कार्यकारी समिति मेजबान देश के साथ संभावित तारीखों पर चर्चा करेगी. हमें उम्मीद है कि अगर कोरोनावायरस को लेकर स्थिति नियंत्रित रहती है तो हम विश्व चैम्पियनशिप को ओलम्पिक खेलों के बाद आयोजित कराएंगे. जितनी जल्दी इसकी तारीख तय हो जाएंगी उससे मुक्केबाजों को फायदा होगा."