नई दिल्ली: राष्ट्रीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने मंगलवार को भारतीय ओलंपिक संघ के प्रमुख नरिंदर बत्रा से मुलाकात की.
देश के इस शीर्ष खेल प्रशासक ने हॉकी टीम के हालिया प्रदर्शन में निरंतरता की कमी पर सवाल उठाया था.
बत्रा अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के भी प्रमुख हैं. उन्होंने पिछले सप्ताह हॉकी इंडिया से पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य के बाद बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका में टीम के ‘अस्वीकार्य’ प्रदर्शन के पीछे के कारणों को समझाने के लिए कहा था.
बत्रा ने कहा, "आज भारतीय पुरुष हॉकी टीम के प्रमुख/मुख्य कोच ग्राहम रीड से मुलाकात की. वह भुवनेश्वर से दिल्ली मुझसे मिलने आये थे."
उन्होंने कहा, "बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के प्रदर्शन पर विस्तृत चर्चा हुई. हमने 2022 एशियाई खेलों तक की तैयारियों के बारे में चर्चा की जो भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों दोनों के लिए ओलंपिक क्वालीफायर है."
उन्होंने कहा, "एशियाई खेलों में केवल स्वर्ण पदक जीतने पर ही टीम 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करेगी."
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बत्रा ने पिछले मंगलवार को हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निंगोमबम को कड़े शब्दों में कहा था कि पिछले साल तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक के बाद टीम का प्रदर्शन गंभीर चिंता का विषय है.
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि टीम का प्रबंधन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है.
टीम पिछले साल दिसंबर में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी खिताब का बचाव नहीं कर सकी और फिर पिछले सप्ताह दक्षिण अफ्रीका में एफआईएच प्रो लीग के एक मैच में टीम निचली रैंकिंग वाली फ्रांस से हार गई थी.
बत्रा ने कहा, "टीम जिस तरह से प्रदर्शन कर रही है वह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है और इस बात पर ध्यान देना चाहिये कि सभी स्तरों पर समस्याएं कहां हैं."
इस महीने दक्षिण अफ्रीका में एफआईएच प्रो लीग के चार मैचों में भारतीय टीम ने तीन में जीत दर्ज की और एक में हार का सामना करना पड़ा. टीम ने दक्षिण अफ्रीका को दो बार 10-2 के समान अंतर से हराया.
बत्रा के लिए हालांकि चिंता की बात यह थी कि दूसरे चरण के मुकाबले में फ्रांस को 5-0 से हराने के बाद टीम दूसरे मैच में इस टीम से 2-5 से हार गयी थी.