नई दिल्ली : खेल मंत्री किरण रिजिजू ने गुरुवार को कहा है कि कोरोनावायरस की मौजूदा स्थिति के कारण किसी भी खिलाड़ी और अन्य हितधारकों को जुलाई-अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए. अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने खिलाड़ियों को बिना परेशान हुए टोक्यो ओलंपिक-2020 की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया है जिसका कई खिलाड़ियों ने ये कहते हुए विरोध किया है कि आईओसी उनके स्वास्थ के जोखिम ले रही है.
भारत के पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप उनमें से एक हैं जिन्होंने आईओसी की आलोचना की थी.
रिजिजू ने कहा,"अभी इस समय किसी खिलाड़ी को ओलंपिक को लेकर मुद्दा नहीं बनाना चाहिए क्योंकि कोई नहीं जानता की तीन महीने बाद क्या होना है. तब क्या स्थिति होगी यह कोई नहीं जानता. हमें अंतर्राष्ट्रीय बॉडी से मिल रहे निर्देशों के हिसाब से काम करना चाहिए."
ओलंपिक की शुरुआत 24 जुलाई से होनी है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण कुछ पाबंदियां लगा दी गई हैं.
भारत में भी खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नई सूचना जारी करते हुए 15 अप्रैल तक सभी तरह की खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी है.
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उन्होंने कहा, "15 अप्रैल के बाद सरकार स्थिति के हिसाब से नई एडवाइजरी जारी करेगी. BCCI क्रिकेट के मसलों को देखती है और ये ओलम्पिक स्पोर्ट नहीं है, लेकिन ये सिर्फ एक खेल टूर्नामेंट का सवाल नहीं बल्कि नागरिकों की सुरक्षा का सवाल है. एक टूर्नामेंट में हजारों लोग आते हैं. इसलिए ये सिर्फ खेल संघ और खिलाड़ियों की बात नहीं ये हर नागरिक की बात है."