नई दिल्ली : दिल्ली गोल्फ क्लब (डीजीसी) के अध्यक्ष आरएस बेदी ने मंगलवार को कहा कि भारतीय गोल्फर राशिद खान ने क्लब में अभ्यास करने की मांग करने के लिए अभी तक क्लब से औपचारिक रूप से संपर्क नहीं किया है. बेदी ने साथ ही कहा कि इस मामले में खेल मंत्रालय को शामिल करने से राशिद को ज्यादा मदद नहीं मिलेगी क्योंकि क्लब अपने बोर्ड द्वारा किए गए फैसलों से बंधा हुआ है.
बेदी ने आईएएनएस से कहा, "हम एक सेक्शन आठ कंपनी हैं, जो भी निर्णय लिए जाते हैं, वे बोर्ड के प्रस्तावों के आधार पर होते हैं। आप बोर्ड प्रस्तावों को कैसे बदल सकते हैं? अगर वो उस रास्ते पर चलना चाहते हैं (खेल मंत्री को पत्र लिखना चाहते हैं) तो इसके लिए हम उन्हें शुभकामनाएं देना चाहते हैं."
राशिद और डीजीसी पिछले साल की शुरूआत से एक दूसरे से उलझे पड़े हैं. दो बार के एशियाई चैंपियन राशिद ने पिछले साल डीजीसी पर भेदभाव का आरोप लगाया था और कहा था कि डीजीसी निचले तबके से आने वाले गोल्फरों के करियर को बर्बाद कर रहा है.
बेदी ने कहा कि राशिद ने व्यक्तिगत रूप से अब तक डीजीसी से संपर्क नहीं किया है. उन्होंने कहा, "क्लब को अपने फैसले को पलटने पर विचार करने के लिए, एक गिरोह के लीडर होने के बजाय उन्हें व्यक्तिगत रूप में यहां आना होगा. ये हमारा उन्हें जवाब है. आप पहले खुद से बात करो फिर क्लब तर्क के आधार पर फैसला करेगा."
राशिद एशिया में 10वें स्थान से सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग वाले भारतीय गोल्फर हैं और वह विश्व रैंकिंग में भी 185वें स्थान से शीर्ष भारतीय हैं. वो भारत से ओलंपिक कोटा पाने वालों की दौड़ में सबसे आगे चल रहे थे कि तभी अंतरराष्ट्रीय गोल्फ महासंघ (आईजीएफ) ने कोविड-19 महामारी के कारण 15 मार्च को विश्व रैंकिंग स्थिर कर दी थी.