नई दिल्ली: साल 2018 में राजीव गांधी खेल रत्न जीतने वाली भारतीय टीम की दिग्गज महिला भारोत्तोलक खिलाड़ी मीराबाई चानू ने कहा है कि इस समय वह खुद को सकारात्मक रखना चाहती हैं ताकि समय आने पर वह खुद को टोक्यो ओलंपिक के लिए तैयार कर सकें.
चानू ने कहा, "दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता के स्थगन ने हमें इसकी तैयारी करने के लिए एक और साल दिया है और मैं अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने और अगले साल अच्छा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हूं."
टोक्यो ओलंपिक इस साल होने थे लेकिन कोविड-19 के कारण इन खेलों को एक साल के लिए टाल दिया गया है. इससे पहले ओलंपिक 24 जुलाई 2020 से शुरू होना था लेकिन कोरोना वायरस के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था और अब यह अगले वर्ष 23 जुलाई से होगा.
देश के भारोत्तोलक इस समय भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के पाटियाला स्थिति नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में हैं. 25 मार्च से सभी खिलाड़ियों की ट्रेनिंग रुकी हुई है.
उन्होंने कहा, " मेरा दृढ़ विश्वास है कि खेल आशावाद और खुशी का प्रतीक है, जो हमें आगे देखने के लिए प्रेरित करता है और हमारे जीवन में सकारात्मकता लाता है. मैं सकारात्मक रह रही हूं और कड़ी मेहनत करती रहूंगी ताकि समय आने पर मैं टोक्यो के लिए पूरी तरह से तैयार रहूंगी."
चानू राष्ट्रीय भारोत्तोलन चैंपियनशिप में 203 किलोग्राम भार वर्ग का वजन उठाकर अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं. उन्होंने राष्ट्रीय भारोत्तोलन चैंपियनशिप में अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता था.
इससे पहले चानू ने खेल मंत्री किरण रिजिजू से बात करते हुए कहा था, "हम बेसिक फिटनेस पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैं ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने के लिए बेसब्र हूं ताकि मैं टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं."