भुवनेश्वर : हॉकी विश्व कप में नीदरलैंड्स की टीम न्यूजीलैंड से तीन बजे भिड़ेगी. 1976 की गोल्ड मेडलिस्ट न्यूजीलैंड की चमक विश्व कप में फीकी रही है. न्यूजीलैंड विश्व कप के इतिहास में कभी अंतिम चार में भी जगह नहीं बना पाई. वहीं द ओरेंज (नीदरलैंड्स का निक नेम) ने ओलंपिक में दो गोल्ड मेडल (1996, 2000) जीते हैं. नीदरलैंड्स ने 2021 में यूरो हॉकी चैम्पियनशिप का खिताब जीत कर विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया.
विश्व कप की धाकड़ टीमों में से एक है नीदरलैंड्स
ओलंपिक गोल्ड मेडल के अलावा नीदरलैंड्स (New Zealand vs Netherlands) ने तीन बार विश्व कप विजेता (1973, 1990, 1998) का ताज जीता है. इसके अलावा द ओरेंज (The Oranje) एफआईएच (FIH) हॉकी प्रो लीग (2021-22) की चैंपियन है. साल 2019 में उसने FIH हॉकी प्रो लीग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. वो एक बार हॉकी वर्ल्ड लीग चैंपियन (2012-14), छह बार यूरोपीय चैंपियन रह चुकी है.
ब्लैक स्टिक्स ने ओलंपिक में जीता गोल्ड
न्यूजीलैंड को विश्व कप में ओशिनिया कोटा के तहत जगह मिली है. ब्लैक स्टिक्स (Black Sticks) ने 1976 में आयोजित ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीता था. इसके अलावा हॉकी विश्व लीग 2012-14 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. चैंपियंस चैलेंज 2009 में ब्लैक स्टिकस ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. इन सबके अलावा राष्ट्रमंडल खेल 2002 में सिल्वर मेडल जीता था.
विश्व कप फीकी रही चमक
न्यूजीलैंड 11 बार ओशिनिया कप (1999, 2001, 2003, 2005, 2007, 2009, 2011, 2013, 2015, 2017, 2019) में सिल्वर मेडल जीत चुकी है. न्यूजीलैंड ने सुल्तान अजलन शाह कप भी दो बार जीता (2012, 2015) है. न्यूजीलैंड विश्व कप में अपनी छाप नहीं छोड़ सका है. उसने 10 बार विश्व कप में भाग लिया. वो 1973, 1975, 1982 में 7वें, 1986 में 9वें, 1998 में 10वें, 2002 में 9वें, 2006 में 8वें, 2010 में 9वें, 2014 में 7वें, 2018 में 9वें स्थान पर रहा है.
साइमन चाइल्ड कर सकते हैं हैरान
न्यूजीलैंड टीम दक्षिण अफ्रीका के पूर्व स्ट्राइकर ग्रेग निकोल द्वारा प्रशिक्षित है. उनके प्रशिक्षण के बाद कैसा जलवा दिखाएगी ये आज मैच में पता चलेगा. 34 साल के साइमन चाइल्ड विश्व कप में न्यूजीलैंड के बड़े खिलाड़ी बनकर उभर सकते हैं. वो ब्लैक स्टिक्स के लिए 288 मैचों में 144 गोल कर चुके हैं. दोनों टीमों के बीच 34 मुकाबले हुए हैं जिसमें नीदरलैंड्स ने 25 से और न्यूजीलैंड ने चार जीते हैं. पांच मैच ड्रॉ हुए हैं.