उदयपुर. खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान नित-नए आयाम छू रहा है. इसी कड़ी में अब हॉकी खिलाड़ियों के लिए एक और खुशखबरी है. उदयपुर में अब नया अंतरराष्ट्रीय स्तर का हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान बनने जा रहा है. इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान को बनाने के लिए उदयपुर शासन-प्रशासन और खेल विभाग की ओर से जमीन के चयन की प्रक्रिया जारी है. यह मैदान अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं के साथ 8 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा.
खेल अधिकारी शकील हुसैन ने बताया कि हॉकी खिलाड़ियों को काफी समय से अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैदान की आवश्यकता थी. ऐसे मे संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट और उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के निर्देश पर इस मैदान के निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा. एस्ट्रोटर्फ मैदान के बनने से यहां पर बड़े स्तर के मैचों के आयोजन में आसानी होगी. मैदान में बड़ी संख्या में दर्शक दीर्घा में लोग मैच का आनंद ले सकेंगे. फिलहाल मैदान के लिए उदयपुर खेल विभाग, यूआईटी और अन्य विभागों की ओर से इस मैदान को के लिए शहर के प्रमुख क्षेत्रों में स्थान तलाशने का कार्य किया जा रहा है.
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मैच का भी होगा आयोजन
8 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस स्टेडियम में अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ कई स्तर के हॉकी टूर्नामेंट आयोजित किए जा सकेंगे. हालांकि उदयपुर में पहले से ही हॉकी एस्ट्रोटर्फ मैदान खेलगांव में है. इसके साथ ही और एक नया मैदान बनने से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी मैच आयोजित होने में आसानी होगी. इस मैदान में स्कूल, कॉलेज और हॉकी से जुड़े हुए अन्य व्यक्ति भी यहां हॉकी खेल सकेंगे.
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खेले जा सकेंगे डेनाइट मैच
स्टेडियम को डेनाइट मैच खेलने के लिहाज से तैयार किया जाएगा. इसके लिए स्टेडियम में आधुनिक और बड़ी फ्लड लाइटें लगाई जाएंगी. स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए तमाम सुविधाओं से लैस होगा. पिछले दिनों उदयपुर के खेल गांव में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की मेजबानी में एस्ट्रोटर्फ कोर्ट पर ऑल इंडिया इंटर जोनल हॉकी महिला चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था. इसमें बड़ी संख्या में टीमों ने हिस्सा लिया था.
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एस्ट्रोटर्फ मैदान क्या होता है
ये इस तरह के ग्राउंड होते हैं जिसमें आर्टिफिशियल प्लास्टिक घास संपूर्ण मैदान में लगी होती है. इसके अंदर चारों तरफ स्प्रिंगलड़ के जरिए मैच से पूर्व पानी का छिड़कावकर इसे मैच खेलने के लिए तैयार किया जाता है. इस मैदान के अंदर खिलाड़ियों एवं बॉल की स्पीड नेचुरल खेल मैदान से 3 गुना अधिक हो जाती है. इससे खिलाड़ियों में शारीरिक क्षमता बढ़ने के साथ ही तकनीकी तौर पर प्रदर्शन में व्यापक सुधार आता है.
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उदयपुर में तैयार होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय ग्राउंड पर फ्लड लाइट भी लगाई जाएंगी जिससे डे-नाइट मैच भी यहां आराम से खेले जा सकेंगे. इसके साथ ही तापमान में उतार-चढ़ाव को देखते हुए सायं कालीन सत्र खेल के लिए पानी का कंजप्शन कम हो जाता है. ऐसे में दिन की तुलना में रात में 50 फीसदी पानी मैच के लिए कम लगेगा. उदयपुर में दो हॉकी मैदान होने से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैचों की संख्या भी बढ़ेगी.