वारंगल: इक्कीस साल की हरमिलन ने चार मिनट 5.39 सेकेंड के समय के साथ सुनीता रानी का चार मिनट 6.03 सेकेंड का रिकॉर्ड तोड़ा, जो उन्होंने बुसान में साल 2002 एशियाई खेलों में बनाया था. दिल्ली की केएम चंदा चार मिनट 18.24 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रहीं.
जनवरी 2020 से राष्ट्रीय स्तर की आठ रेस में शीर्ष पर रहीं हरमिलन ने शानदार प्रगति की. उन्होंने पिछले साल भुवनेश्वर में खेल इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में चार मिनट 14.68 सेकेंड का समय लेने के बाद इस साल 16 मार्च को फेडरेशन कप में चार मिनट 8.70 सेकेंड और फिर 21 जून को इंडियन ग्रां प्री में चार मिनट 08.27 सेकेंड का समय लिया. वह अब राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रहीं.
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तरनजीत ने 11.50 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता. नरेश कुमार ने 10.30 सेकेंड के समय के साथ पुरुष 100 मीटर खिताब जीता. यह इस साल 100 मीटर में किसी भारतीय धावक का दूसरा सर्वश्रेष्ठ समय है. गुरिंदरवीर सिंह ने 26 जून को पटियाला में 10.27 सेकेंड का समय लिया था.
गुंटूर के 23 साल के नरेश भारतीय इतिहास के पांच सबसे तेज धावकों में शामिल हो गए हैं. उन्होंने साल 2001 में अनिल कुमार के 10.37 सेकेंड के मीट रिकॉर्ड को भी तोड़ा.
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पुरुष 1500 मीटर में उलटफेर देखने को मिला. हरियाणा के परवेज खान ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दो बार के पदक विजेता रेलवे के अजय कुमार सरोज को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया. राष्ट्रीय स्तर पर 20 अगस्त 2019 से अजय की यह पहली हार है.
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हेप्टाथलीट रेलवे की स्वप्ना बरमन ने महिला ऊंची कूंद का खिताब जीता. जबकि हरियाणा के साहिल सिलवाल ने 77.79 मीटर के प्रयास के साथ पुरुष भाला फेंक का खिताब अपने नाम किया.