चेन्नई : अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ के अध्यक्ष तैयब इकराम की हॉकी टूर्नामेंट को लेकर एक बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने बुधवार को कहा कि प्रस्तावित पेनल्टी कॉर्नर नियम को आजमाने पर खेल के स्वरूप से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा. नए नियम के अनुसार गेंद को पुश करने वाले खिलाड़ी को छोड़कर आक्रमण करने वाली टीम के बाकी खिलाड़ी स्ट्राइकिंग सर्कल यानी डी से कम से कम पांच मीटर की दूरी से शुरुआत करेंगे. गेंद को स्ट्राइकिंग सर्किल में शॉट मारने के लिए भेजने से पहले उसका डी से आगे पांच मीटर तक जाना जरूरी है. नया नियम रक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
एफआईएच इस नियम को लेकर बेहद सतर्कता से आगे बढ़ रहा है और सभी को विश्वास में लेना चाहता है क्योंकि वह जानता है कि नया नियम लागू होने पर ड्रैग फ्लिक की कला पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा. एफआईएच अध्यक्ष इकराम ने कहा है कि नियमों में कुछ बेहद सकारात्मक बदलाव हुए हैं. कुछ देश पहले से ही प्रयोग के दौर से गुजर रहे हैं और वह इस पर उनके विचार और समीक्षाएं ले रहे हैं. अभी तक उन्हें जो सबसे अच्छा विचार मिला वह एक कप्तान का था जिन्होंने कहा कि नियमों में जो भी बदलाव हो खेल का स्वरूप नहीं बदलना चाहिए. अगर गति मसला है तो फिर अन्य तत्वों पर गौर किया जाना चाहिए. तैयब इकराम ने उनकी इस बात पर सहमती जताई है.
इकराम ने इस अवसर पर एफआईएच के नए सशक्तिकरण कार्यक्रम की भी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि नए सशक्तिकरण कार्यक्रम के तहत हम अपने राष्ट्रीय संघों को कैसे मजबूत किया जा सकता है. इस पर काम कर रहे हैं. एफआईएच प्रो लीग या विश्व कप या ओलंपिक तक ही सीमित नहीं है. एफआईएच 140 देशों से मिलकर बना है. इसलिए हमें उन्हें सशक्त करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भारत और पाकिस्तान तथा अन्य देशों में हॉकी उपकरणों की कोई कमी नहीं होगी. वह विशेष रूप से युवा पीढ़ी के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी पहुंच बढ़ाने पर काम कर रहे हैं. इस अवसर पर हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच भविष्य में अधिक मैचों के आयोजन के लिए योजना तैयार की जा रही है. भारत और पाकिस्तान के बीच अधिक मैचों का आयोजन किया जाएगा. यह बहुत जल्दी नहीं होगा लेकिन सीनियर और जूनियर स्तर पर मैचों का आयोजन किया जाएगा.
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- (पीटीआई भाषा)