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FIFA World Cup : फुटबॉल खेल के नियम जानिए, हम बताएंगे क्या मतलब होता है ऑफसाइड का - Rules of Football Game

फु़टबॉल खेल पूरी दुनिया में खेला जाता है और फीफा विश्व कप (FIFA World Cup) में उसकी लोकप्रियता दिखाई दे रही है. इस खेल के नियम के बारे में जानिए.

know the rules of football game
FIFA World Cup
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Published : Nov 30, 2022, 11:54 AM IST

नई दिल्लीः 22वां फीफा विश्व कप (FIFA World Cup 2022) कतर में जारी है, जिस देखने के लिए विश्व के कोने-कोने से लोग पहुंच रहे हैं. विश्व कप के इस महासंग्राम में 32 देश भाग ले रहे हैं. इस खेल के दुनियाभर में दीवाने हैं, लेकिन खिलाड़ियों के अलावा बहुत कम लोग ही इस खेल के नियमों (Rules of Football Game) के बारे में जानते हैं. आइए हम बताते हैं फुटबॉल खेल के वो नियम जिनको जानना बेहद जरूरी है.

एक टीम में होते हैं 11 खिलाड़ी

फुटबॉल मुकाबले के लिए दो टीम होती है. दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं और एक-एक गोलकीपर भी होता है. गोलकीपर के अलावा टीम में स्ट्राइकर, डिफेंडर और मिडफील्डर होते हैं. खेल का मुख्य नियम है कि एक टीम को विपक्षी टीम के गोल पोस्ट में बॉल को पहुंचाना होता है. जितनी बार बॉल को दूसरी टीम के गोल पोस्ट में पहुंचाया जाएगा, उतने गोल माने जाते हैं. साथ ही उस टीम को अपने गोल पोस्ट में भी बॉल जाने से रोकना होता है. यह काम दोनों टीम के लिए गोलकीपर करता है.

90 मिनट का होता है मैच

फुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है. एक मैच 45-45 मिनट के दो हाफ में खेला जाता है. इन दोनों ही हाफ में कुछ एक्स्ट्रा टाइम भी मिलता है, जो रेफरी तय करता है. रेफरी का अंतिम फैसला ही मान्य होता है.

फुटबॉल मैच में भी होता है टॉस

फुटबॉल मैच में भी टॉस होता है. टॉस जीतने वाला कप्तान ये फैसला करता है कि उसकी टीम किस गोल पोस्ट पर खेलेगी. दरअसल, फुटबॉल मैदान दो हिस्सों में बांटा जाता है, जिसमें दो गोल पोस्ट होते हैं. मैच में गोल होने के बाद जब दोबारा खेल शुरू होता है, तो बॉल को बीच में सेंटर लाइन पर रखकर शुरू किया जाता है.

फुटबॉल खेल के नियम

स्ट्राइकर

इनका मुख्य कार्य गोल मारना होता है.

डिफेंडर्स

अपनी विरोधी टीम के सदस्यों को गोल स्कोर करने से रोकने का कार्य डिफेंडर्स को करना होता है.

मिडफिल्डर्स

विरोधी टीम से गेंद छीन कर अपने आगे खेलने वाले खिलाड़ियों को गेंद देने का कार्य मिडफिल्डर्स को करना होता है.

गोलकीपर

गोल कीपर का काम गोल पोस्ट के सामने खड़े रहकर ही गोल होने से रोकना होता है.

थ्रो-इन

इसमें गेंद पूरी तरह से रेखा पार कर जाती है. तब उस विरोधी टीम को पुरस्कार में मिलती है, जिसने गेंद को अंतिम बार छुआ होता है.

गोल किक

जब गेंद पूरी तरह गोल रेखा को पार कर जाए तो गोल के बिना ही स्कोर होता है, और हमलावर द्वारा गेंद को आखिरी बार छूने के कारण बचाव करने वाले दल को पुरस्कार में किक करने का मौका मिलता है.

कॉर्नर किक

जब गेंद बिना गोल के ही गोल रेखा को पार कर जाती है, और बचाव करने वाली टीम द्वारा गेंद को आखिरी बार छूने के कारण हमलावर दल को अवसर दे दिया जाता है.

इनडायरेक्ट फ्री किक

यह विरोधी टीम को ईनाम के तौर पर मिलती है, जब बिना किसी फाउल (Foul) के गेंद को बाहर भेज दिया जाए और खेल रुक जाए.

फाउल के नियम

येलो कार्ड

रेफरी खिलाड़ी को उसके गलत व्यवहार के लिए सजा के रूप में यलो कार्ड दिखाकर मैदान के बाहर भेज सकता है.

रेड कार्ड

येलो कार्ड के बाद भी खिलाड़ी के व्यवहार में सुधार नहीं होनें पर रेड कार्ड दिया जाता है. रेड कार्ड का मतलब है खेल के मैदान से बाहर. यदि एक खिलाडी को बाहर निकाल दिया जाता है, तो उसकी जगह कोई दूसरा खिलाडी नहीं आ सकता है.

इसे भी पढ़ें- कतर के अधिकारी ने माना विश्व कप परियोजनाओं पर काम करने के दौरान 500 प्रवासी श्रमिकों की गई जान

ऑफसाइड
फुटबॉल में ऐसा भी गोल होता है, जिसे फाउल मानकर काउंट नहीं किया जाता है. इसे ऑफसाइड गोल कहते हैं. नियम के मुताबिक, आगे के खिलाडी गेंद के बिना बचाव करते हुए दूसरे खिलाडी के आगे नहीं जा सकते, खासकर विरोधी दल की गोल रेखा के एकदम पास यदि कोई खिलाड़ी ऐसा करता है, तो उसे फाउल माना जाता है.

नई दिल्लीः 22वां फीफा विश्व कप (FIFA World Cup 2022) कतर में जारी है, जिस देखने के लिए विश्व के कोने-कोने से लोग पहुंच रहे हैं. विश्व कप के इस महासंग्राम में 32 देश भाग ले रहे हैं. इस खेल के दुनियाभर में दीवाने हैं, लेकिन खिलाड़ियों के अलावा बहुत कम लोग ही इस खेल के नियमों (Rules of Football Game) के बारे में जानते हैं. आइए हम बताते हैं फुटबॉल खेल के वो नियम जिनको जानना बेहद जरूरी है.

एक टीम में होते हैं 11 खिलाड़ी

फुटबॉल मुकाबले के लिए दो टीम होती है. दोनों टीमों में 11-11 खिलाड़ी होते हैं और एक-एक गोलकीपर भी होता है. गोलकीपर के अलावा टीम में स्ट्राइकर, डिफेंडर और मिडफील्डर होते हैं. खेल का मुख्य नियम है कि एक टीम को विपक्षी टीम के गोल पोस्ट में बॉल को पहुंचाना होता है. जितनी बार बॉल को दूसरी टीम के गोल पोस्ट में पहुंचाया जाएगा, उतने गोल माने जाते हैं. साथ ही उस टीम को अपने गोल पोस्ट में भी बॉल जाने से रोकना होता है. यह काम दोनों टीम के लिए गोलकीपर करता है.

90 मिनट का होता है मैच

फुटबॉल मैच कुल 90 मिनट का होता है. एक मैच 45-45 मिनट के दो हाफ में खेला जाता है. इन दोनों ही हाफ में कुछ एक्स्ट्रा टाइम भी मिलता है, जो रेफरी तय करता है. रेफरी का अंतिम फैसला ही मान्य होता है.

फुटबॉल मैच में भी होता है टॉस

फुटबॉल मैच में भी टॉस होता है. टॉस जीतने वाला कप्तान ये फैसला करता है कि उसकी टीम किस गोल पोस्ट पर खेलेगी. दरअसल, फुटबॉल मैदान दो हिस्सों में बांटा जाता है, जिसमें दो गोल पोस्ट होते हैं. मैच में गोल होने के बाद जब दोबारा खेल शुरू होता है, तो बॉल को बीच में सेंटर लाइन पर रखकर शुरू किया जाता है.

फुटबॉल खेल के नियम

स्ट्राइकर

इनका मुख्य कार्य गोल मारना होता है.

डिफेंडर्स

अपनी विरोधी टीम के सदस्यों को गोल स्कोर करने से रोकने का कार्य डिफेंडर्स को करना होता है.

मिडफिल्डर्स

विरोधी टीम से गेंद छीन कर अपने आगे खेलने वाले खिलाड़ियों को गेंद देने का कार्य मिडफिल्डर्स को करना होता है.

गोलकीपर

गोल कीपर का काम गोल पोस्ट के सामने खड़े रहकर ही गोल होने से रोकना होता है.

थ्रो-इन

इसमें गेंद पूरी तरह से रेखा पार कर जाती है. तब उस विरोधी टीम को पुरस्कार में मिलती है, जिसने गेंद को अंतिम बार छुआ होता है.

गोल किक

जब गेंद पूरी तरह गोल रेखा को पार कर जाए तो गोल के बिना ही स्कोर होता है, और हमलावर द्वारा गेंद को आखिरी बार छूने के कारण बचाव करने वाले दल को पुरस्कार में किक करने का मौका मिलता है.

कॉर्नर किक

जब गेंद बिना गोल के ही गोल रेखा को पार कर जाती है, और बचाव करने वाली टीम द्वारा गेंद को आखिरी बार छूने के कारण हमलावर दल को अवसर दे दिया जाता है.

इनडायरेक्ट फ्री किक

यह विरोधी टीम को ईनाम के तौर पर मिलती है, जब बिना किसी फाउल (Foul) के गेंद को बाहर भेज दिया जाए और खेल रुक जाए.

फाउल के नियम

येलो कार्ड

रेफरी खिलाड़ी को उसके गलत व्यवहार के लिए सजा के रूप में यलो कार्ड दिखाकर मैदान के बाहर भेज सकता है.

रेड कार्ड

येलो कार्ड के बाद भी खिलाड़ी के व्यवहार में सुधार नहीं होनें पर रेड कार्ड दिया जाता है. रेड कार्ड का मतलब है खेल के मैदान से बाहर. यदि एक खिलाडी को बाहर निकाल दिया जाता है, तो उसकी जगह कोई दूसरा खिलाडी नहीं आ सकता है.

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ऑफसाइड
फुटबॉल में ऐसा भी गोल होता है, जिसे फाउल मानकर काउंट नहीं किया जाता है. इसे ऑफसाइड गोल कहते हैं. नियम के मुताबिक, आगे के खिलाडी गेंद के बिना बचाव करते हुए दूसरे खिलाडी के आगे नहीं जा सकते, खासकर विरोधी दल की गोल रेखा के एकदम पास यदि कोई खिलाड़ी ऐसा करता है, तो उसे फाउल माना जाता है.

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