नई दिल्ली : कतर में विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना ने फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया. वह 36 साल बाद विश्व कप जीतने में सफल रहा. उसने 1978 और 1986 के बाद अब तीसरी बार खिताब को अपने नाम कर लिया है.
वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद लियोनल मेसी वर्ल्ड कप ट्रॉफी के पास गए और उसे चूम लिया. इसके बाद उन्होंने कहा मैं नहीं जानता कि इसका मैंने कितनी बार सपना देखा, मैं इसे बहुत शिद्दत से चाहता था, जो मुझे अब तक नहीं मिली थी, मुझे यकीन नहीं हो रहा. शुक्रिया मेरे परिवार का और उन सभी लोगों का जिन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया. हमने एक बार फिर साबित किया कि जब अर्जेंटीना के लोग एक साथ मिल कर लड़े तो कुछ भी हासिल कर सकते हैं.
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मैच की बात करें तो निर्धारित 90 मिनट तक मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहने के बाद एक्स्ट्रा टाइम में मैच पहुंच गया. वहां लियोनल मेसी ने एक गोल कर अर्जेंटीना को 3-2 से आगे कर दिया, लेकिन किलियन एम्बापे के मन में कुछ और ही था. उन्होंने 117वें मिनट में गोल कर मैच को 3-3 की बराबरी पर ला दिया. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने मैच को अपने नाम कर लिया.
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मेसी के नाम दर्ज हुए कई रिकॉर्ड
फाइनल मैच में दो गोल के बाद मेसी के नाम अब फीफा वर्ल्ड कप में कुल 13 गोल दर्ज हो गए. जबकि पेले के नाम 12 गोल हैं. इस मामले में टॉप पर हैं जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज जिन्होंने फीफा वर्ल्ड कप में कुल 16 गोल दागे हैं. इतना ही नहीं इस मैच में उतरते ही मेसी ने वर्ल्ड कप के सबसे ज्यादा मैच खेलने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था. मेसी का वर्ल्ड कप में यह 26वां मैच था. उन्होंने इस मामले में जर्मनी के लोथर मथौस (25) को पीछे छोड़ा था. वहीं विनिंग टीम का मेसी इस टूर्नामेंट में 17वीं बार हिस्सा बने. इस मामले में उन्होंने जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज की बराबरी कर ली.