ETV Bharat / sports

एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप : बजरंग, दीपक पूनिया और विनेश फोगाट से भारत को उम्मीदें

बजरंग पूनिया और विनेश के अलावा 30 सदस्यीय भारतीय दल में दीपक पूनिया, रवि कुमार दहिया और ओलंपिक पदकधारी साक्षी मलिक भी पदक की दावेदारों में शामिल हैं.

एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप
एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप
author img

By

Published : Feb 18, 2020, 1:37 PM IST

Updated : Mar 1, 2020, 5:27 PM IST

नई दिल्ली: गत चैम्पियन भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा) मंगलवार से शुरू हो रही एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में अपनी बादशाहत कायम रखना चाहेंगे जबकि पिछले सत्र में कांस्य पदक जीतने वाली विनेश फोगाट (53 किग्रा) अपने पदक के रंग को बदलना चाहेंगी.

केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में छह दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में भारतीय पहलवानों के पास टोक्यो ओलंपिक से पहले घरेलू दर्शकों के सामने अपना कौशल दिखाने का मौका होगा. इस चैम्पियनशिप को यूनाइटेड वर्ल्ड रेस्लिंग ने टोक्यो ओलंपिक के लिए रैंकिंग टूर्नामेंट का दर्जा दिया है.

विनेश फोगाट
विनेश फोगाट

दीपक पूनिया और रवि कुमार दहिया भी पदक के दावेदार

पूनिया और विनेश के अलावा 30 सदस्यीय भारतीय दल में दीपक पूनिया, रवि कुमार दहिया और ओलंपिक पदकधारी साक्षी मलिक भी पदक की दावेदारों में शामिल हैं. अंशु मलिक, आशु और सोनम मलिक जैसे युवा खिलाड़ी टूर्नामेंट के जरिये अपनी पहचान बनाना चाहेंगे. टूर्नामेंट को तीन श्रेणियों में खेला जाएगा.

जिसमें पुरुषों की फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिलाओं की कुश्ती शामिल है. पहले दो दिन ग्रीको रोमन मुकाबले होंगे, उसके बाद महिलाओं की कुश्ती (अगले दो दिन) और फिर पुरुष फ्रीस्टाइल (अंतिम दो दिन) के मुकाबले होंगे.

बजरंग पूनिया
दीपक पूनिया

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संकट के कारण टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान के चार पहलवानों और दो मैच अधिकारियों के भारत आने पर संशय था लेकिन उन्हें सरकार द्वारा चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए मंजूरी दे दी गई.

चीन के खिलाड़ियों को नहीं मिला वीजा

टूर्नामेंट में हालांकि चीन का 40 सदस्यीय दल भाग नहीं लेगा क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण भारत सरकार ने चीन के दल को वीजा जारी नहीं किया.

दो साल बाद हो रहा है भारत में आयोजन

सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप का भारत में दो साल बाद आयोजन हो रहा है. पिछले साल इसका आयोजन चीन के शियान प्रांत में हुआ था जहां भारतीय खिलाड़ियों ने 16 पदक जीते थे. इसमें 65 किग्रा भार वर्ग में पूनिया का स्वर्ण पदक भी शामिल था.

विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज और भारत के लिए पदक के सबसे बड़े दावेदार

पूनिया ने कहा, "हम सब के लिए यह शानदार मौका है. हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलेंगे. कई लोगों को लग रहा होगा कि इससे हम पर दबाव बढ़ेगा लेकिन मैं मानता हूं कि इससे हमें फायदा मिलेगा. मुझे उम्मीद है कि बड़ी संख्या में दर्शक इसे देखने के लिए आएंगे."

बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया

इटली में रैंकिंग सीरीज में हाल ही में स्वर्ण जीत कर लैटी विनेश महिलाओं के वर्ग में पदक की सबसे बड़ी भारतीय दावेदार होंगी.

विनेश ने कहा, "पुरुष और महिला वर्ग में हमारी मजबूत टीमें हैं. एशिया में कई शानदार पहलवान हैं और चूंकि यह ओलंपिक वर्ष है ऐसे में हर कोई ज्यादा से ज्यादा जीत दर्ज करने के बारे में सोच रहा होगा. पिछले साल इस टूर्नामेंट के 62 किग्रा में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी इस बार 65 किग्रा में चुनौती पेश करेंगी."

नई दिल्ली: गत चैम्पियन भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (65 किग्रा) मंगलवार से शुरू हो रही एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में अपनी बादशाहत कायम रखना चाहेंगे जबकि पिछले सत्र में कांस्य पदक जीतने वाली विनेश फोगाट (53 किग्रा) अपने पदक के रंग को बदलना चाहेंगी.

केडी जाधव कुश्ती स्टेडियम में छह दिनों तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में भारतीय पहलवानों के पास टोक्यो ओलंपिक से पहले घरेलू दर्शकों के सामने अपना कौशल दिखाने का मौका होगा. इस चैम्पियनशिप को यूनाइटेड वर्ल्ड रेस्लिंग ने टोक्यो ओलंपिक के लिए रैंकिंग टूर्नामेंट का दर्जा दिया है.

विनेश फोगाट
विनेश फोगाट

दीपक पूनिया और रवि कुमार दहिया भी पदक के दावेदार

पूनिया और विनेश के अलावा 30 सदस्यीय भारतीय दल में दीपक पूनिया, रवि कुमार दहिया और ओलंपिक पदकधारी साक्षी मलिक भी पदक की दावेदारों में शामिल हैं. अंशु मलिक, आशु और सोनम मलिक जैसे युवा खिलाड़ी टूर्नामेंट के जरिये अपनी पहचान बनाना चाहेंगे. टूर्नामेंट को तीन श्रेणियों में खेला जाएगा.

जिसमें पुरुषों की फ्री स्टाइल, ग्रीको रोमन और महिलाओं की कुश्ती शामिल है. पहले दो दिन ग्रीको रोमन मुकाबले होंगे, उसके बाद महिलाओं की कुश्ती (अगले दो दिन) और फिर पुरुष फ्रीस्टाइल (अंतिम दो दिन) के मुकाबले होंगे.

बजरंग पूनिया
दीपक पूनिया

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक संकट के कारण टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तान के चार पहलवानों और दो मैच अधिकारियों के भारत आने पर संशय था लेकिन उन्हें सरकार द्वारा चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए मंजूरी दे दी गई.

चीन के खिलाड़ियों को नहीं मिला वीजा

टूर्नामेंट में हालांकि चीन का 40 सदस्यीय दल भाग नहीं लेगा क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण भारत सरकार ने चीन के दल को वीजा जारी नहीं किया.

दो साल बाद हो रहा है भारत में आयोजन

सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप का भारत में दो साल बाद आयोजन हो रहा है. पिछले साल इसका आयोजन चीन के शियान प्रांत में हुआ था जहां भारतीय खिलाड़ियों ने 16 पदक जीते थे. इसमें 65 किग्रा भार वर्ग में पूनिया का स्वर्ण पदक भी शामिल था.

विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज और भारत के लिए पदक के सबसे बड़े दावेदार

पूनिया ने कहा, "हम सब के लिए यह शानदार मौका है. हम अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलेंगे. कई लोगों को लग रहा होगा कि इससे हम पर दबाव बढ़ेगा लेकिन मैं मानता हूं कि इससे हमें फायदा मिलेगा. मुझे उम्मीद है कि बड़ी संख्या में दर्शक इसे देखने के लिए आएंगे."

बजरंग पूनिया
बजरंग पूनिया

इटली में रैंकिंग सीरीज में हाल ही में स्वर्ण जीत कर लैटी विनेश महिलाओं के वर्ग में पदक की सबसे बड़ी भारतीय दावेदार होंगी.

विनेश ने कहा, "पुरुष और महिला वर्ग में हमारी मजबूत टीमें हैं. एशिया में कई शानदार पहलवान हैं और चूंकि यह ओलंपिक वर्ष है ऐसे में हर कोई ज्यादा से ज्यादा जीत दर्ज करने के बारे में सोच रहा होगा. पिछले साल इस टूर्नामेंट के 62 किग्रा में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी इस बार 65 किग्रा में चुनौती पेश करेंगी."

Last Updated : Mar 1, 2020, 5:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.