जयपुर: अर्जुन अवार्डी और 4 गुणा 400 मीटर स्प्रिंटर अरोकिया राजीव ने एक विशेष इंटरव्यू सीरीज मिशन गोल्ड पर अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत निश्चित रूप से टोक्यो ओलंपिक में लंदन ओलंपिक से अधिक पदक जीतेगा.
राजीव ने कहा, "महामारी ने हमें मानसिक रूप से परेशान कर दिया था, किसी तरह हम इससे लड़ने में कामयाब रहे लेकिन इसने हमारे दिमाग पर प्रभाव छोड़ा है. हम नियमित अभ्यास कर रहे थे लेकिन अचानक लॉकडाउन लागू होने से हम जीरो पर पहुंच गए क्योंकि हम ग्राउंड पर नहीं जा सकते थे. जब हमने फिर से अभ्यास शुरू किया तो एक और लॉकडाउन लगाया गया और अभ्यास पर फिर से असर पड़ा. लेकिन ओलंपिक के इतने करीब होने के कारण, हम वहां जाने के लिए थोड़ा संघर्ष करने के लिए दृढ़ थे. हम घर पर जो भी व्यायाम कर सकते थे, उससे हमने खुद को फिट रखने की कोशिश की. कुछ महीनों के बाद AFI(एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने हमें पटियाला भेजा जहां हमने प्रतियोगिताओं की तैयारी के लिए एक साल तक अभ्यास किया. इस बीच भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ती रही और कई देशों ने भारत से आने-जाने की उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया और इसलिए हमें कई प्रतियोगिताओं में भाग लेने का अवसर नहीं मिला."
उन्होंने कहा, "टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा है. हालांकि 2018 में कोई प्रतियोगिता नहीं थी, लेकिन 2019 में हमने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जिसने हमारे लिए शीर्ष 16 में स्थान सुनिश्चित किया. लेकिन 2020 में फिर विराम लग गया, फिर 2021 में, हमने कुछ प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अच्छा प्रदर्शन किया, जिसके परिणामस्वरूप हमें टोक्यो ओलंपिक के लिए योग्यता प्राप्त हुई."
राजीव ने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि हमने टोक्यो-2020 के लिए क्वालीफाई किया है, अब हमारा लक्ष्य अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना और ट्रैक पर अपना 100 प्रतिशत देना है. यह एक बड़ा इवेंट है और पिछली बार हमारे पास अनुभव की कमी थी. हम अपने कमजोर बिंदुओं पर काम कर रहे हैं और अतीत में की गई गलतियों से सीख रहे हैं और उन्हें सुधार रहे हैं. हम वहां एक टीम के तौर पर जा रहे हैं और हमें साथ मिलकर काम करना होगा. मैं टीम में सबसे वरिष्ठ हूँ, इसलिए मुझ पर अधिक जिम्मेदारियां हैं. मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ देना है और देश के लिए पदक भी लाना है."
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राजीव ने उस समय को भी याद किया जब उन्हें हमारे देश के महान एथलीट स्वर्गीय मिल्खा सिंह जी से मिलने का अवसर मिला था. अपने नायक से मिलने की खुशी ने उन पर सकारात्मक प्रभाव छोड़ा. उन्होंने कहा, "मुझे एक बार मिल्खा सर से मिलने का मौका मिला. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान हमें प्रेरित किया. मैंने उनकी फिल्म भी देखी है जो बेहद प्रेरक थी और हमने उनकी गलतियों से बहुत कुछ सीखा. वो एथलेटिक्स की दुनिया में एक बहुत बड़ी शख्सियत थे और वास्तव में जमीन से जुड़े इंसान थे."
महान एथलीट से बात करने के अनुभव के साथ-साथ, उन्होंने एथलीटों के प्रति कभी न खत्म होने वाले समर्थन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया. उन्होंने इस बारे में बात की कि कैसे पीएम ने एथलीटों पर अतिरिक्त दबाव न डालने के लिए राष्ट्र को ट्वीट किया था और वह चाहते हैं कि हम खेलें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें.
ट्वीट के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "मोदी सर एथलीटों के लिए बहुत सहायक रहे हैं. हम उनसे कई बार मिले हैं और उन्होंने हर बार गर्मजोशी से हमारा स्वागत किया है. जब भी हम उनसे मिले हैं, उन्होंने हमेशा हम में से प्रत्येक को हमारे नाम से संबोधित किया है. उनकी बातें हमें प्रेरित करती हैं और अच्छा लगता है कि वह हमारे बारे में बोल रहे हैं. उन्होंने इसके बाद कहा, हम सिर्फ खेलने के लिए ओलंपिक नहीं जा रहे हैं. हम वहां पदक जीतने जा रहे हैं."
राजीव ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए अत्यधिक आशावादी हैं और टीम इंडिया के 2012 की तुलना में अधिक पदक लाने की संभावना के बारे में सकारात्मक सोच रखते है. उन्होंने कहा, "हम निश्चित रूप से टोक्यो 2020 में लंदन ओलंपिक 2012 से अधिक पदक जीतेंगे."