नई दिल्ली : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की लीग समिति ने आई-लीग में एक टीम में खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 30 से बढ़ाकर 35 करने और युवा खिलाड़ियों का कोटा शुरू करने का फैसला किया है. साथ ही क्लबों को अपने स्क्वाड में आठ अंडर-22 खिलाड़ियों को साइन करना होगा.
लीग समिति की मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में आई-लीग में एक क्लब द्वारा साइन किए जा सकने वाले विदेशियों की संख्या के संदर्भ में जो नियम है उसे बनाए रखने का भी निर्णय लिया गया.
![All India Football Federation new initiative for young footballers increased quota in I-League](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/23-08-2023/19334915_all-india-football-federation.jpg)
बैठक की अध्यक्षता लालनघिंगलोवा हमार ने की. इस दौरान समिति के सदस्य आरिफ अली, कैटानो जोस फर्नांडीस, डॉ रेगिनाल्ड वर्गीस और अर्निबान दत्ता मौजूद थे. बैठक में एआईएफएफ के उपाध्यक्ष एनए हारिस, महासचिव डॉ शाजी प्रभाकरन और उप महासचिव सत्यनारायण एम भी उपस्थित थे.
बैठक को संबोधित करते हुए प्रभाकरन ने कहा, "हमारे पास नए थर्ड डिवीजन लीग के संबंध में चर्चा और निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण एजेंडा हैं, जिसके लिए राज्य एफए ने अपनी संबंधित टीमों को नामित किया है. हमें क्लबों और राज्य एफए से भी संचार और अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिन्हें हमें निर्णय लेने से पहले विचार करने की आवश्यकता है."
आई-लीग टीम में अधिक खिलाड़ियों को शामिल करने के लिए क्लबों से अनुरोध मिलने के बाद, समिति ने टीम में खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 30 से बढ़ाकर 35 करने का निर्णय लिया.
साथ ही समिति ने युवा खिलाड़ियों का कोटा भी शुरू किया है, जिसके तहत क्लबों को अपने संबंधित आई-लीग टीम में आठ अंडर-22 खिलाड़ियों को साइन करना होगा.