नई दिल्ली: भारतीय मूल के अभिमन्यु मिश्रा ने बुधवार को इतिहास रचते हुए सबसे कम उम्र के शतरंज ग्रैंडमास्टर की उपाधि हासिल कर ली है. न्यू जर्सी के रहने वाले 12 साल के इस खिलाड़ी ने बुडापेस्ट में अपना तीसरा जीएम नॉर्म हासिल किया जो जरूरी 2,500 एलो रेटिंग से ज्यादा था.
चेस डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार मिश्रा ने अपने छोटे करियर का अब तक का सबसे बड़ा गेम जीता है. उन्होंने 15 साल के भारतीय जीएम लियोन ल्यूक मेंडोंका को काले मोहरों से हराकर नौ राउंड में 2,600 से अधिक प्रदर्शन रेटिंग हासिल की.
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मिश्रा ने कई महीने बुडापेस्ट-हंगरी में एक के बाद एक टूर्नामेंट खेले हैं और कई रिकॉर्ड्स का पीछा किया है. उन्होंने अप्रैल वेजरकेपजो टूर्नामेंट और मई 2021 के पहले टूर्नामेंट में अपने पहले और दूसरे जीएम नॉर्म दोनों को स्कोर किया.
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Congratulations to 12-year-old Abhimanyu Mishra for setting the new world record! @ChessMishra becomes the youngest grandmaster in history, earning his final norm at the tender age of 12 years, 4 months and 25 days.https://t.co/gZ8AfFEchy
— International Chess Federation (@FIDE_chess) June 30, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
📷: Mishra in 2019, by D. Llada pic.twitter.com/WJ3eEyZq91
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मिश्रा ने जीएम सर्गेई कारजाकिन का 19 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है. 12 अगस्त 2002 को, 2016 में विश्व चैंपियनशिप चैलेंजर, करजाकिन ने 12 साल और सात महीने की उम्र में ग्रैंड मास्टर का खिताब हासिल किया था. वहीं 5 फरवरी 2009 को जन्मे मिश्रा को शतरंज में सर्वोच्च खिताब हासिल करने में 12 साल, चार महीने और 25 दिन लगे.