भुवनेश्वर: शुक्रवार और शनिवार को कंलिगा स्टेडियम में भारतीय महिला टीम लगातार दो क्वॉलिफायर मेच खेलेगी . इन मैचों को जीतकर भारतीय टीम 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए अपना स्थान सुनिश्चित करना चाहेगी.
महिला टीम का अमेरिका के खिलाफ खराब रिकॉर्ड
महिला टीम को 13वें नंबर की टीम अमेरिका से भिड़ना होगा, जिसके खिलाफ उनका जीत-हार का रिकॉर्ड 4-22 रहा है. लेकिन पिछला रिकॉर्ड इतना मायने नहीं रखता और रानी रामपाल की अगुआई में मौजूदा भारतीय पुरुष टीम काफी बेहतर है. कप्तान रानी के अलावा ड्रैगफ्लिकर गुरजीत कौर, युवा फॉरवर्ड लालरेमसियामी और गोलकीपर सविता के प्रदर्शन पर टीम का भाग्य निर्भर होगा.
अमेरिकी टीम से निपटने के अलावा उन्हें दर्शकों के दबाव का भी सामना करना होगा क्योंकि टीम यहां 16,000 दर्शकों की क्षमता वाले कलिंगा स्टेडियम में पहली बार खेलेग. भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच सोर्ड मारिन ने भरोसा जताया कि उनकी टीम इस चुनौती के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, "हम रोमांचित हैं, हम पूरे साल इन दो मैचों को खेलने का इंतजार कर रहे थे. हम जानते थे कि हमें ये मैच खेलने हैं लेकिन यह नहीं जानते थे कि हम किसके साथ खेलेंगे और कहां घरेलू या विदेशी मैदान पर खेलेंगे। हम अच्छी तरह तैयार थे. अब यह समय आ गया है और हम तैयार है."
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कप्तान ने कहा हम किसी दबाव में नहीं होंगे
भारतीय कप्तान रानी ने भी कोच का समर्थन करते हुए कहा, ‘ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने के लिए हमारा पहला लक्ष्य एशियाई खेल था. दुर्भाग्य से हम ऐसा नहीं कर सके. जैसे ही एशियाई खेल समाप्त हुए हमारा ध्यान इन मैचों पर लग गया.
उन्होंने कहा, "हमें नहीं लगता कि हम किसी भी दबाव में होंगे. मैच की सीटी बजते ही हमारा लक्ष्य हमारी रणनीति पर लगा होगा कि हमें क्या करना है. यह हम पर निर्भर करेगा कि हम दर्शकों का ध्यान अपनी टीम की ओर कैसे लाते हैं। हम घरेलू दर्शकों के सामने खेलने को लेकर उत्साहित हैं."