नई दिल्ली: भारत की सीनियर पुरुष हॉकी कोर टीम इस समय भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के बेंगलुरु केंद्र में शीर्ष स्तर की फिटनेस हासिल करने के लिए अपना ध्यान केंद्रित की हुई है और वो कोचिंग स्टाफ में होने वाले फेरबदल से जरा सा भी चिंतित नहीं है. ये कहना है भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का.
भारत की पुरुष हॉकी टीम के एनालिटिकल कोच क्रिस सिरिलेलो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनसे पहले पिछले महीने डेविड जॉन जो, हाई परफॉर्मेंस निदेशक थे, ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
मनप्रीत ने कहा, "हमारा ध्यान अपने फिटनेस स्तर पर है. ये कुछ ऐसा है, जिस पर हमने काफी समय से अच्छा काम नहीं किया है. अगले साल ओलंपिक खेल होने वाले हैं और उससे पहले हमें कुछ मैच खेलने हैं, जिसमें एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी और प्रो लीग भी है."
28 वर्षीय मनप्रीत अगस्त की शुरुआत में उन छह खिलाड़ियों में शामिल थे, जो कैम्प में आने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. मनप्रीत का मानना है कि फिलहाल राष्ट्रीय शिविर का आयोजन करने से खिलाड़ियों को अपनी शीर्ष फिटनेस स्तर को पाने का मौका मिलेगा.
उन्होंने कहा, "हम सभी जानते हैं कि शिविर आयोजित करने का ये सही समय था. यदि ये दिसंबर में हुआ होता तो हम फरवरी या मार्च तक पूरी तरह से फिटनेस हासिल कर लेते."
कप्तान ने कहा, "मेरे जैसे खिलाड़ियों के लिए जो पॉजिटिव पा गए थे, इसमें कोई संदेह नहीं है कि तैयारी करने की कोशिश में हम आसानी से दो महीने खो देंगे. इसलिए, ये अच्छा है कि हॉकी इंडिया और साई ने अब शिविर का आयोजन किया है क्योंकि हम टूर्नामेंट के शुरू होने तक फिटनेस हासिल कर सकते हैं."
टीम के लिए अब एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने वाली है. 17 से 27 नवंबर तक आयोजित होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अब अगले साल 11 से 19 मार्च तक आयोजित किया जाएगा और ग्राहम रीड और शुअर्ड मरिने पुरुषों और महिलाओं के कोच-ने इससे पहले विदेशी दौरों पर अपनी टीमों के खेलने की इच्छा जताई है.
मनप्रीत ने कहा, "हमारे पास एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी है, जो मार्च में खेली जाएगी. हमारे पास अगले साल होने वाले प्रो लीग और फिर निश्चित रूप से ओलंपिक भी है. आने वाले दिनों में कोच किसी विदेशी दौरे की योजना भी बना सकते हैं."