ज्यूरिख: फुटबॉल खिलाड़ी अगर किसी अन्य खिलाड़ी या मैच अधिकारी के करीब जाकर जानबूझकर खांसता है तो उसे लाल कार्ड दिखाया जा सकता है. फुटबॉल के नियम बनाने वाले अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल संघ बोर्ड (आईएफएबी) ने कोरोना वायरस महामारी के बाद अपने दिशा-निर्देशों को अपडेट करते हुए यह जानकारी दी.
रैफरी हालांकि तभी खिलाड़ी को लाल कार्ड दिखा सकता है, जब वो सुनिश्चित हो कि जानबूझकर खांसा गया है. इस दौरान पीला कार्ड दिखाने का विकल्प भी रहेगा.
इस नियम को 'आक्रामक, अपमानजनक या अभद्र भाषा और इशारे के इस्तेमाल के अंतर्गत जगह दी गई है. आईएफएबी ने कहा, 'बाकी सभी अपराधों की तरह रैफरी को फैसला करना होगा कि अपराध की असल प्रकृति क्या है.'
उन्होंने कहा, 'अगर यह दुर्घटनावश है तो रैफरी कोई कार्रवाई नहीं करेगा और ना ही तब जब खिलाड़ियों से काफी अधिक दूरी पर खांसा जाएगा.' बोर्ड ने कहा, 'हालांकि जब यह इतना करीब होगा कि अपराध लगे तो रैफरी कार्रवाई कर सकता है.'
इससे पहले फीफा ने कोरोना वायरस राहत के लिए एक प्लान को मंजूरी दी है, जिससे दुनिया भर में फुटबॉल समुदाय और राष्ट्रीय संघों को 1.5 अरब डॉलर की राशि उपलब्ध होगी.
अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) के सभी 211 सदस्य संघों को फुटबॉल को बचाने और बहाल करने के लिए 10 लाख डॉलर का अनुदान मिलेगा और वे 50 लाख डॉलर तक ब्याज मुक्त क्रेडिट भी ले सकते हैं.