लिस्बन: कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक निलंबित हुई चैंपियंस लीग को पहला मैच शुरू होने के 425 दिनों के बाद रविवार को नया चैंपियन मिलेगा जिसका फाइनल पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) और बायर्न म्यूनिख के बीच खेला जाएगा.
कोरोना वायरस के कारण इसके प्रारूप में भी कुछ बदलाव भी किया गया.
फाइनल में पेरिस सेंट जर्मेन के पास पहली बार खिताब जीतने का मौका होगा जबकि पांच बार की चैंपियन बायर्न म्यूनिख अपने रिकार्ड में और सुधार करना चाहेगी.
इसका फाइनल पहले मई में इस्तांबुल में खेला जाना था लेकिन कोविड-19 कारण अब लिस्बन इसकी मेजबानी करेगा. कोरोना वायरस के कारण मैदान में कुछ सौ लोग ही मौजूद होंगे जिसमें खिलाड़ी और मैच अधिकारी भी शामिल है.
लिस्बन के मैदान में इस फाइनल से पहले स्टेडियम में जाने वाले सभी की कोविड-19 जांच होगी. इससे पहले कभी भी इस यूरोपीय चैंपियनशिप के मुकाबलों को खाली स्टेडियम में नहीं खेला गया था.
पीएसजी के साथ आठ साल से जुड़े मार्को वेर्राटी ने कहा, "इस क्लब के इतिहास और फुटबॉलर के तौर पर यह हमारी जिंदगी के सबसे अहम 90 मिनट होंगे."
पीएसजी ने इस खिताब के सपने को पूरा करने के लिए टीम में खिलाड़ियों पर भारी भरकम निवेश किया जिसमें रिकॉर्ड रकम के साथ ब्राजील के नेमार को क्लब के साथ जोड़ना शामिल है. बायर्न की टीम 2013 में चैंपियन बनने के बाद चार बार सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी थी.
बता दें कि जर्मन क्लब बायर्न म्यूनिख ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए लियोन को 3-0 से हराकर यूईएफए चैंपियंस लीग 2020 के फाइनल में प्रवेश किया है. जबकि पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने लेइपजिग को 3-0 से हराकर पहली बार यूईएफए चैंपियंस लीग के फाइनल में प्रवेश किया था.
पीएसजी ने 110 चैंपियन्स लीग मैचों में बाद अंतत: यूरोप की इस शीर्ष क्लब फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई.