लंदन : पेशेवर फुटबॉलर्स एसोसिएशन ने चेल्सी और टॉटेनहम हाट्सपर के बीच हुए इंग्लिश प्रीमियर लीग मुकाबले के दौरान घटी कथित नस्लीय टिप्पणी की घटना की जांच की मांग सरकार से की है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रेफरी एंथोनी टेलर ने दूसरे हाफ में उस समय खेल रोक दिया था, जब चेल्सी के डिफेंडर एंटोनियो रुडिगर ने दर्शक दीर्घा से बंदरों जैसी आवाज आने की शिकायत की थी. चेल्सी ने यह मैच 2-0 से जीता था.
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स्टॉपेज के बाद मैदान में एक उद्घोषणा हुई थी, जिसमें कहा गया था कि नस्लीय टिप्पणी के कारण मैच में बाधा उत्पन्न हो रहा है. इस तरह की दो उद्घोषणाएं मैच समाप्ति से कुछ समय पहले भी हुई थीं.
पीएफए ने अपने बयान में कहा है कि प्रीमियर लीग मैच एक बार फिर नस्लीय टिप्पणी का शिकार हुआ है और अब सरकार के इस मामले की जांच करानी चाहिए. पीएफए के मुताबिक ईपीएल में खिलाड़ी हमेशा इस तरह की घटनाओं का शिकार होते हैं और अब इस तरह की घटनाएं पूरी तरह रोकी जानी चाहिए.
टॉटेनहम ने कहा है कि वह इस घटना की पूरी जानकारी के लिए चेल्सी के खिलाड़ियों के साथ सम्पर्क में है.
इस मैच में चेल्सी के गोलकीपर कीपा अरीजाबालागा पर दर्शक दीर्घा से कुछ वस्तुएं फेंकी गई थीं.