नई दिल्ली: कोच इगोर स्टीमाक ने एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा कि आज उनकी टीम जिस रास्ते पर है, वो बेशक दर्दनाक है, पीड़ा देने वाला है लेकिन यही एक सही रास्ता है, जिस पर चलते हुए भारतीय टीम आने वाले समय में कुछ हासिल कर सकती है.
स्टीमाक से जब यह पूछा गया कि यूएई के खिलाफ मिली हार से टीम को मनोबल काफी गिरा होगा, इस पर स्टीमाक ने कहा, "मैंने पहले भी कई बार ये बात कही है और आज भी कह रहा हूं कि हम आज जिस रास्ते पर हैं वह कठिन है, पीड़ा देने वाला है लेकिन मैं अच्छी तरह जानता हूं कि यही एक सही रास्ता बचा है."
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🗣️ @stimac_igor: Not hope, hard work is the only answer 🙌
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भारतीय कोच ने बीते महीने ओमान और यूएई के खिलाफ हुए दोस्ताना मुकाबलों तकरीबन 10 नए चेहरों को मौका दिया. इसके बाद उनके फुटबाल स्टाइल पर सवाल खड़े किए जाने लगे.
इस पर स्टीमाक ने कहा, "हर किसी को दोस्ताना मुकाबलों और क्वालीफायर मुकाबलों के बीच के अंतर को समझने की जरूरत है. हमने पहले भी कहा है कि हम दोस्ताना मुकाबले अपने से मजबूत टीमों के खिलाफ खेलना चाहते हैं क्योंकि इससे हमारे खिलाड़ियों को जरूरी अनुभव और एक्सपोजर मिलेगा. दोस्तान मुकाबलों को हमेशा से डेवलपमेंट का हिस्सा माना जाता है और इसके परिणाम उतने मायने नहीं रखते."
स्टीमाक ने कहा कि उनका अल्टीमेट लक्ष्य टीम को पहले एएफसी एशियन कप 2023 के लिए क्वालीफाई कराना है और फिर इसे 2026 फीफा विश्व कप के लिए तैयार करना है.
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स्टीमाक ने कहा, "जब मैं भारत का कोच बना था तब भी मैंने कहा था कि मेरे दो प्रमुख लक्ष्य हैं. पहला मैं टीम को एएफसी एशियन कप 2023 के लिए क्वालीफाई कराना चाहता हूं और फिर मैं इसे 2026 फीफा विश्व कप के लिए तैयार करना चाहता हूं."
उल्लेखनीय है कि भारतीय फुटबाल टीम 400 से अधिक दिनों के बाद मार्च के अंतिम सप्ताह में दो दोस्ताना मुकाबलों में खेली थी. पहले मैच में तो उसने अपने से ऊंची वरीय ओमान को बराबरी पर रोका था लेकिन बाद में उसे यूएई के खिलाफ 0-6 से हार मिली थी. इन मैचों में भारतीय कप्तान सुनील छेत्री नहीं खेले थे. वो उस समय कोरोना पीड़ित थे.
अब भारतीय टीम को जून में तीन फीफा 2022 कतर विश्व कप क्वालीफायर मुकाबले खेलने हैं. पहला मुकाबला तीन जून को कतर से होना है जबकि दूसरा मुकाबला सात जून को बांग्लादेश और फिर तीसरा मुकाबला 15 जून को अफगानिस्तान से होना है.