ब्यूनेस आर्यस: अर्जेंटीना के फुटबॉल दिग्गज डिएगो माराडोना को ब्यूनस आयर्स के बाहर एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां वो अपने मस्तिष्क से रक्त के थक्के को हटाने के लिए एक ऑपरेशन से उबर रहे हैं.
माराडोना की सर्जरी करने वाले न्यूरोलॉजिस्ट लियोपोल्डो ल्यूक कहा कि उन्होंने अपनी पूरी जिन्दगी जिस पदार्थ का इस्तेमाल किया है उसकी देन है जो आज उनपर असर कर रहा है.
ल्यूक ने किसी पदार्थ का नाम नहीं लिया.
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ल्यूक ने कहा, "हमने देखा कि उनको पसीने आ रहा है, उनको एक पल में गुस्सा आ रहा है, और हमने ये एक सिंड्रोम लग रहा है"
डिएगो माराडोना के पूर्व निजी चिकित्सक अल्फ्रेडो काहे के अनुसार, माराडोना को अभी बेहोश कर के ओबर्जवेशन में रखा हुआ जिसमें उनके परिवार की सहमती शामिल है.
माराडोना ने मंगलवार को एक सबड्यूरल हेमेटोमा को हटाने के लिए एक सर्जरी करवाई थी, जो एक झिल्ली और उसके मस्तिष्क के बीच रक्त का संचय है.
ल्यूक ने कहा कि उनकी हालत देखते हुए उन्हें अस्पताल में रखे जाना जरूरी है.
सर्जन ल्यूक ने कहा, "डिएगो ठीक हो रहे है जैसा कि हमने कहा, एक अच्छा पोस्ट-सर्जरी के बाद न्यूरोलॉजिकल विकास बहुत अच्छे से हो रहा है. उन्होंने उन लक्षणों को दिखाया है, जिन्हें हमने कल बताया था, (गुस्सा) इसलिए उन्हें बेहोश करने की दवाइयां दी गई हैं, जिसके बाद डिएगो ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है. इस बेहोशी की खुराक को कम करने का निर्णय लिया गया है और हमने बहुत अच्छी न्यूरोलॉजिकल प्रतिक्रिया पर ध्यान दिया है."
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उन्होंने आगे कहा, "डिएगो का गुस्सा मुख्य रूप से उस पदार्थ के कारण है जो उन्होंने अपने पूरे जीवन के दौरान इस्तेमाल किया था. हमे नहीं पता की वो कौन सा निर्धारित पदार्थ है. हमने पसीने की प्रतिक्रिया देखी, एक पल में क्रोध देखा, और हमने इसे एक सिंड्रोम के रूप में समझा है. और, हमने उसका इलाज किया, हमने उसे जाने नहीं दिया, डिएगो सहमत नहीं थे, हमने जोर दिया."