हैदराबाद : आठ साल पहले अपने महानायक की एक झलक पाने वाले केरल के फुटबॉलप्रेमियों को यकीन ही नहीं हो रहा कि डिएगो माराडोना अब इस दुनिया में नहीं रहे.
भारत के पूर्व कप्तान आई एम विजयन ने कहा, "यह यकीन करना मुश्किल है कि वह हमारे बीच नहीं रहे."
अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर माराडोना अक्टूबर 2012 में एक निजी कार्यक्रम में दो दिन के लिए केरल आए थे. उन्हें लेकर लोगों में इस कदर दीवानगी थी कि कार्यक्रम से तीन दिन पहले ही स्टेडियम में लोग जुटने शुरू हो गए थे.
![maradona](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/untitled-design-4-211606389942040-13_2611email_1606389953_817.jpg)
चौदह भाषाओं में गाने वाले चार्ल्स एंथोनी को माराडोना ने गले लगाया था और उनके साथ कुछ स्पेनिश गीत गाए थे.
एंथोनी ने कहा, "मैं 25 साल से संगीतकार हूं लेकिन मुझे एक गायक के रूप में पहचान तब मिली जब माराडोना के सामने कन्नूर स्टेडियम में मैंने एक स्पेनिश गीत गाया."
उन्हें कोलकाता में फिर माराडोना से मिलने और उनके सामने गाने का मौका मिला. उन्होंने इतालवी, क्यूबन और स्पेनिश में गीत सुनाए, तब माराडोना ने उन्हें गले लगा लिया था.
उन्होंने कहा, "वह काफी मासूम थे और फुटबॉल के अलावा उनकी कोई दुनिया नहीं थी."
इसके अलावा भारतीय फुटबॉल का मक्का कहे जाने वाले कोलकाता के घरों में भी डिएगो माराडोना के निधन के बाद सन्नाटा सा पसर गया.
उनके निधन के बाद कोलकाता के लोग अतीत की यादों में चले गए और 2008 तथा 2017 में जब महान फुटबॉल खिलाड़ी इस शहर में आया था, उसकी यादों को ताजा करने लगे. माराडोना एक चैरिटी मैच में हिस्सा लेने कोलकाता आए थे.
पश्चिम बंगाल की सीपीआई-एम के नेता समिक लाहिरी ने कहा, "मुझे याद है जब हम अर्जेटीना में उनके घर में उनसे मिले थे. हम तीनों लोगों ने उनसे मुलाकात की थी और कोलकाता आने का निमंत्रण दिया था. हम एक कमरे में उनका इंतजार कर रहे थे. उन्होंने हमें सिर्फ पांच मिनट का समय दिया. वह हॉल में टी-शर्ट और शॉर्टस में आए थे और हमारा खुले दिन से स्वागत किया. उन्होंने हम तीनों को इस तरह से गले लगाया जैसे हम पहले से परिचित हों. हमें कभी एहसास नहीं हुआ कि हम इस महान फुटबॉल खिलाड़ी से पहली बार मिल रहे हैं."
शहर के फुटबॉल समुदाय के लोगों ने भी बताया कि कैसे उस समय सिटी ऑफ जॉय के नाम से मशहूर कोलकाता ने माराडोना का स्वागत किया था.
प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से मशहूर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने ट्वीट किया, "मेरा हीरो नहीं रहा.. मेरा मैड जीनियस भगवान के पास चला गया. मैंने तुम्हारे लिए फुटबॉल देखी."
भारतीय फुटबॉल टीम के मौजूदा कप्तान सुनील छेत्री ने ट्वीट किया, "वह इंसान हमें छोड़ गया. उनका जादू, पागलपन और लेजेंड कभी नहीं जा सकेंगे."