फातोर्दा : एफसी गोवा और एटीके इंडियन सुपर लीग की दो सबसे अधिक अटैकिंग टीमें हैं. अब जबकि इन दोनों टीमों का शनिवार को यहां के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आमना-सामना होना है तो फिर रोमांच का तड़का लगना तय है. मेजबान गोवा को अपने अटैकिंग स्टाइल के लिए जाना जाता है. यह अलग बात है कि यह टीम लीग के छठे सीजन में चोट और निलम्बन के कारण अपने श्रेष्ठ फार्म में नहीं है लेकिन इसके बावजूद यह टीम ऐसे मौकों से भी अंक बटोरने में सफल रही है, जहां उसकी हार होती दिख रही थी. कम से कम तीन मौकों पर इस टीम ने इंजरी टाइम में बराबरी का गोल किया है.
गौर्स नाम से मशहूर एफसी गोवा सात मैचों से 12 अंक लेकर 10 टीमों की तालिका में तीसरे स्थान पर है. दूसरी ओर, इस सीजन के उद्घाटन मुकाबले में केरला ब्लास्टर्स के हाथों मिली हार के बाद लगातार छह मैचों से अजेय चल रही एटीके के खाते में सात मैचों से 14 अंक हैं और यह तालिका में सबसे ऊपर है.
जहां तक अटैक की बात है तो इस सीजन में एटीके ने अब तक 15 गोल किए हैं जबकि एफसी गोवा अब तक 13 गोल कर चुका है.
गोवा को इस बात की खुशी होगी कि उसके स्टार स्ट्राइकर फेरान कोरोमिनास और ब्रेंडन फर्नाडिस टीम में लौट आए हैं. इस मैच को लेकर एटीके के कोच एंटोनियो हाबास ने कहा, "हम एफसी गोवा के खिलाफ खेल रहे हैं न कि फेरान के खिलाफ. मैं जानता हूं कि कोरोमिनास अहम खिलाड़ी हैं लेकिन हमने उनके लिए कोई विशेष तैयारी नही की है. आमतौर पर मैं किसी एक खिलाड़ी के लिए रणनीति नहीं बनाता। मैं समझता हूं कि फुटबॉल एक कलेक्टिव खेल है और इसमें सबकी भूमिका अहम होती है."
एटीके के लिए इस मैच में रॉय कृष्णा (6 गोल) और डेविड विलियम्स की अहम भूमिका होगी. एटीके के पास गोल करने की काबिलियत है और इसमें जेवियर हर्नादेज और इदु गार्सिया जैसे खिलाड़ी और पैनापन ला देते हैं. ऐसे मे गोवा के मिडफील्ड को सावधान रहना होगा.
गोवा के कोच लोबेरा ने इस अहम मैच से पहले कहा, "मेरे लिए इस मैच के मायने यह हैं कि आपको अपने गोल की रक्षा करनी होगी और अपना श्रेष्ठ देना होगा. हमारे खिलाफ अच्छे स्ट्राइकर होंगे। हमें हर मैच पर ध्यान लगाते हुए अच्छी फुटबाल खेलनी होगी."
मजेदार बात यह है कि लोबेरा की टीम अब तक एटीके के खिलाफ कभी नहीं हारी है जबकि हाबास की टीम कभी भी गोवा से नहीं हारी है.