नई दिल्ली : इंडियन सुपर लीग के आयोजक भारतीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टीमाक के एक बयान से नाराज हैं जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मैच ड्रा होने के बाद दिया. दरअसल स्टीमाक ने कहा कि आईएसएल के शेड्यूल में खिलाड़ी व्यस्त हैं जिसके चलते वो नेशल टीम के तौर पर समय से एक जगह इकठा नहीं हो पा रहे हैं और न ही टीम को समय दे पा रहे है.
स्टीमाक ने कहा था कि नंवबर में भारत को विश्व कप क्वालीफायर्स में अफगानिस्तान और ओमान का सामना करना है, लेकिन खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम के साथ अधिक समय नहीं मिल पाता.
आईएसएल के आयोजक फुटबाल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड ने कोच के इस बयान पर नाराजगी जाहिर की है.
एफएसडीएल के एक अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "न केवल बांग्लादेश मैच से पहले बल्कि मैच के बाद भी स्टीमाक ने कुछ मीडियाकर्मियों से कहा कि वह चाहते हैं कि आईएसएल के चौथे दौर को स्थगित कर दिया जाए ताकि उनके पास खिलाड़ी मौजूद हो सकें. लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि अगस्त में एफएसडीएल, भारतीय टीम के निदेशक अभिषेक यादव और उनके बीच एक बैठक हुई थी."
अधिकारी ने कहा, "बैठक में यह चर्चा हुई कि चूंकि आईएसएल का कार्यक्रम बनाया जा चुका है और मैच के प्रसारण, स्टेडियमों की बुकिंग एवं खिलाड़ियों के ठहरने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है ऐसे में नवंबर से पहले ज्यादा लंबा ब्रेक देना संभव नहीं है. फीफा नियमों का पालन किया जाएगा. इसके बावजूद हमने कार्यक्रम पर इस तरह से काम किया कि चौथा राउंड 10 नवंबर को समाप्त हो जाए और पांचवां राउंड 23 नवंबर से शुरू हो.
अधिकारी ने कहा, "आखिरकार हमारे लिए राष्ट्रीय टीम से बढ़कर कुछ नहीं है. हमने क्लबों को बांग्लादेश के मैच से पहले खिलाड़ियों को रिलीज करने के लिए भी कहा और ऐसा इसलिए किया गया ताकि टीम प्रबंधन को क्वालीफायर मुकाबले के लिए रणनीति बनाने का समय मिले. क्लबों ने इस चीज को समझा और तीन अक्टूबर को सभी खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया और इसके बाद भी हमें कोच से यह सब सुनना पड़ रहा है."
उन्होंने बताया कि कोच को एफएसडीएल के कार्यक्रम के बारे में पहले से पता था.
अधिकारी ने कहा, "दोनों पार्टियों की समझ के अनुसार योजना बनाई गई थी. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोच ने मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में इस तरह का बयान देने का फैसला किया जबकि सभी का ध्यान मैच पर केंद्रित होना चाहिए था. बांग्लादेश के खिलाफ वांछित परिणाम न मिलने के बाद फिर से उन्होंने कुछ चुनिंदा मीडियाकर्मियों को बताया कि वह चिंतित थे. आप बैठक में योजना से सहमत होने के बाद अपने रवैये को बदल नहीं सकते. हमें राष्ट्रीय कोच के इस बयान से आपत्ती है क्योंकि उन्हें पहले ही सभी कार्यक्रम के बारे में जानकारी दे दी गई थी."
अधिकारी ने कहा कि स्टीमाक को कार्यक्रम में बदलाव के बारे में मीडिया से पहले एफएसडीएल से बात करनी चाहिए थी.
उन्होंने कहा, "मीडिया ऐसी चीजों के बारे में बात करने का मंच नहीं है. वह हमारे पास आ सकते थे. लेकिन कोच और राष्ट्रीय निदेशक का यह रवैया गैर पेशेवर है.