पुणे : हैदराबाद एफसी के खिलाफ मिली इस जीत ने ओडिशा को एक स्थान का फायदा पहुंचा छठे स्थान पर पहुंचा दिया है. ओडिशा की यह आठ मैचों में दूसरी जीत है और उसके कुल नौ अंक हैं.
ओडिशा मैच अपने नाम करने में सफल रही
मैच में अधिकांश समय ओडिशा हावी रही लेकिन दो बार ऐसा मौका आया जब हैदराबाद ने उस पर दबाव बना दिया. खासकर इंजुरी टाइम में ओडिशा की टीम को जीत गंवाने का डर था क्योंकि दोनों टीमों के बीच सिर्फ एक गोल का अंतर था. हालांकि ऐसा नहीं हुआ और इसी एक गोल के अंतर से ओडिशा मैच अपने नाम करने में सफल रही.
ओडिशा ने पहले 10 मिनट में जो आक्रामक खेल खेला उसने हैदराबाद को मानसिक तौर पर दवाब में ला दिया. 11वें मिनट में उसे एक झटका लगा जब इसी आक्रामकता के कारण उसके खिलाड़ी विनीत राय को पीला कार्ड थमा दिया गया.
कार्लोस डेल्गाडो ने 27वें मिनट में गोल किया
मेजबान टीम के लिए परेशानिया बढ़ती जा रही थीं. उसने किसी तरह 15वें मिनट में एक मौका बनाया जो हाफ चांस था, नीतजन गोल नहीं हो सका हालांकि इस मौके ने हैदारबाद को आत्मविश्वास दिया और धीरे-धीरे वो मैच में आने लगी.
जैसे ही हैदराबाद लय पकड़ने की ओर बढ़ रही थी तभी ओडिशा ने गोल कर उसके आत्मविश्वास को कमजोर करने की कोशिश की. ओडिशा के लिए ये गोल कार्लोस डेल्गाडो ने 27वें मिनट में किया. इस गोल में डेल्गाडो की मदद सिसको ने ही की.
41वें मिनट में दूसरा गोल
हैदराबाद इस गोल से बाहर निकल वापसी की राह तलाश पाती उससे पहले ही हर्नाडेज ने ओडिशा के लिए दूसरा गोल कर दिया. ये गोल 41वें मिनट में आया, सिसको मैदान के बीच से गेंद लेकर चले और जैरी को पास दिया. जैरी ने थोड़ी देर गेंद अपने पास रखी और मौका पाते ही सिसको को लौटा दी जिन्होंने अपने बाएं पैर से गेंद को नेट में डाल मेजबान टीम को 2-0 से आगे कर दिया.
मेजबान टीम को पेनाल्टी मिली
दूसरे हाफ में जरूर हैदराबाद को राहत की सांस मिली। 65वें मिनट में उसे पेनाल्टी मिली जिसे बोबो ने गोल में तब्दील कर हैदराबाद की वापसी की राह को खोल दिया, लेकिन जो गलती ओडिशा के डिफेंस ने की थी वही गलती हैदराबाद के डिफेंस ने की जिसके कारण मेजबान टीम को पेनाल्टी मिली और पेरेज गुइडेज ने गोल कर ओडिशा को 3-1 से आगे कर दिया.
रोहित ने हैदराबाद के लिए दूसरा गोल किया
इसके बाद हैदराबाद ने वापसी की कोशिश बहुत की और इसी क्रम में कई बदलाव किए जिसमें से एक बदलाव सफल रहा. 80वें मिनट में बार्नस को बाहर कर रोहित कुमार को मौका दिया गया. मैदान पर आने के नौ मिनट बाद रोहित ने हैदराबाद के लिए दूसरा गोल कर उसकी बराबरी की संभावनाएं एक बार फिर जिंदा कीं.
इंजुरी टाइम में ओडिशा परेशान थी और वह किसी तरह अपने एक गोल की बढ़त को बचाने के लिए लड़ रही जिसमें अंतत: वो सफल रही.