वास्को (गोवा) : नया साल एससी ईस्ट बंगाल टीम के चेहरों पर राहत की खुशी लेकर आया है. इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में पहली बार खेल रही इस टीम को आखिरकार सातवें सीजन में तमाम प्रयासों के बाद जीत मिल ही गई.
ओडिशा एफसी को हराकर अपनी जीत का खाता खोलने वाली कोलकाता की यह टीम अब बुधवार को वास्को के तिलक मैदान पर मेजबान एफसी गोवा का सामना करेगी, जो उसके लिए एक कठिन प्रतिद्वंद्वी साबित हो सकता है.
दोनों टीमें आईएसएल में पहली बार आमने-सामने होंगी. दोनों का अंक तालिका के लिहाज से बिल्कुल विपरीत स्थिति है.
ईस्ट बंगाल अपनी इकलौती जीत के साथ जहां दूसरे स्थान पर पहुंचा है वहीं गोवा ने जमशेदपुर और हैदराबाद के खिलाफ मिली जीत की बदौलत तीसरे स्थान पर पहुंच गई है.
गौर्स नाम से मशहूर एफसी गोवा जीत के दावेदार के तौर पर मैदान में उतरेगी लेकिन उसे ईस्ट बंगाल से सावधान रहना होगा क्योंकि उसे जीत का स्वाद मिल गया है और इसीलिए रॉबी फॉलर की टीम फिर से अपना मुंह हार से कड़वा नहीं होने देना चाहेगी.
इस अहम मैच से पहले फॉलर ने कहा, "हमें जीत चाहिए. बीते कुछ सप्ताह की तुलना में आज हमारे खिलाड़ी बेहतर स्थिति में हैं लेकिन जैसा कि मैंने कहा है कि अगर हम जैसा खेल सकते हैं और ठीक वैसा ही मैदान पर खेले तो हमें जीत अवश्य मिलेगी. हम लाखों मील दूर नहीं हैं. हमें पिछली जीत के बाद आपा नहीं खोना चाहिए. हमें ठीक उसी तरह संयम बनाए रखना होगा जैसे कि हम सीजन ओपनर में हार के बावजूद बनाए रख सके थे."
ऐसा नहीं है कि इस सीजन में सिर्फ ईस्ट बंगाल ने ही संघर्ष किया है. ईस्ट बंगाल जहां एक भी क्लीन शीट नहीं हासिल कर पाई जबकि गोवा की टीम अटैकिंग फुटबॉल के बावजूद सिर्फ एक बार ऐसा कर सकी है. दोनों टीमों में एक और समानता है और वह यह है कि दोनों ने अंतिम मिनटों में कई गोल खाए हैं.
गोवा के कोच जुआन फेरांडो ईस्ट बंगाल को हलके में नहीं ले रहे हैं. फेरांडो ने कहा, "यह टीम काफी कॉम्पैक्ट है और बीते कुछ मैचों से क्वालिटी फुटबॉल खेली है. दो सप्ताह पहले इस टीम पर दबाव था क्योंकि वह सबसे नीचे थी लेकिन जब आपके खाते में तीन अंक आ जाते हैं तो ड्रेसिंग रूम का माहौल कुछ और ही हो जाता है. हमें एक समस्या है और वह यह है कि ईस्ट बंगाल हमारे खिलाफ बिना किसी दबाव के खेलेगी क्योंकि वह जीत के बाद यहां आई है. यह उनके लिए नया मौका है."