मोहाली: मिनर्वा पंजाब एफसी के मालिक रंजीत बजाज शनिवार को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की आचार समिति के सामने अपमानजनक ट्वीट करने के लिए पेश हुए.
आईएसएल, एआईएफएफ और रिलायंस के खिलाफ ट्वीट करने के बाद, बजाज को 10 जुलाई को एआईएफएफ की एथिक्स कमेटी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया. रंजीत पर भारतीय फुटबॉल और महासंघ की छवि पर नुकसान पहुंचाने का आरोप है.
हालांकि, ईटीवी भारत को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बजाज ने कहा कि वो अपने ट्वीट्स पर दिए गए बयानें पर बने हुए हैं और वो तथ्य हैं.
बजाज ने कहा,"मैंने एफएसडीएल (फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड), नीता अंबानी (एफएसडीएल के अध्यक्ष) और रिलायंस के खिलाफ ट्वीट किया. अगर मैं गलत होता या अगर मैं झूठ फैला रहा होता, तो वो मेरे खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करते."
उन्होंने कहा,"लेकिन, मैंने जो कहा वो सत्य और सरासर तथ्य है. इसलिए, वो मेरे ट्वीट की वजह से आहत थे, जिसके कारण मुझे एआईएफएफ द्वारा एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा गया. आइए देखते हैं कि वो मुझ पर जुरमाना लगाते हैं या मुझ पर प्रतिबंध लगाते हैं."
ये पूछे जाने पर कि क्या वो अपना फैसला बदलेंगे या एआईएफएफ और आईएसएल के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, बजाज ने कहा कि 'वह कभी भी पीछे नहीं हटेंगे' क्योंकि वो 'नैतिक जीवन जीते हैं' और जो वो सोचते हैं वो सही है.
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