कोची: भारतीय महिला फुटबॉल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान का मानना है, स्वीडन की नए स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच जेन टॉर्नक्विस्ट के अंदर प्रशिक्षण लेने से वह बेहतर महसूस कर रही हैं. साथ ही वह आगामी एएफसी एशियाई कप के लिए अच्छी तैयारी कर रही हैं.
बता दें, 46 साल की टॉर्नक्विस्ट अपने पहले के दिनों में खुद एक डिफेंडर थीं और क्लब और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के वर्तमान मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी के अधीन भी खेल चुकी हैं. सेवानिवृत्ति के बाद, वह एक स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच बन गईं.
अदिति ने कहा, जब से नई कोच आईं हैं, उन्होंने बहुत बड़ा बदलाव किया है. एक गोलकीपर के रूप में, मैं मैदान पर खुद में होते बदलाव को देख सकती हूं. मैं मजबूत महसूस कर रही हूं, मेरी छलांग ऊंची है और मेरी किक लंबी हो गई है. वह वास्तव में टीम के लिए बेहतर कर रही हैं.
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उन्होंने आगे कहा, ये चीजें वास्तव में उन टूर्नामेंटों में मायने रखती हैं, जहां आपके पास रिकवरी के लिए कम समय के साथ बैक-टू-बैक मैच होते हैं. अपनी ओर से टॉर्नक्विस्ट ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग के महत्व को समझने लगे हैं.
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टॉर्नक्विस्ट ने कहा, मुझे लगता है कि खिलाड़ियों ने पिच पर परिणाम देखने के बाद स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग के महत्व को समझना शुरू कर दिया है. दो महीनों के अंदर ही मजबूत, तेज और अधिक चुस्त नजर आ रही हैं.