नई दिल्ली [भारत]: यूरो 2020 इस साल के बहुप्रतीक्षित फुटबॉल टूर्नामेंटों में से एक है, लेकिन एक सवाल अभी भी बना हुआ है और कि इन मुकाबलों को देखने के लिए स्टेडियमों के अंदर प्रशंसकों की एंट्री होगी की नहीं.
कोविड-19 महामारी अभी भी दुनिया भर में हर खेल में बाधा ला रही है और ऐसे में ये फैसला लेना मुश्किल है कि प्रशंसकों को स्टेडियमों के अंदर आने की अनुमति दी जाएगी या नहीं.
हालांकि, UEFA के सूत्रों ने पुष्टि की है कि प्रशंसकों के संबंध में किसी भी निर्णय को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और संबंधित मेजबान शहरों में भीड़ की अनुमति देने की योजना अप्रैल के शुरू में प्रस्तुत की जाएगी.
यूरो कप को पिछले साल आयोजित किया गया था, लेकिन इसे कोरोनवायरस वायरस महामारी के कारण 2021 तक के लिए टाल दिया गया. ये प्रतियोगिता 12 UEFA देशों के 12 शहरों में आयोजित की जाएगी और अब इस वर्ष 11 जून -11 जुलाई से आयोजित की जाएगी.
पिछले साल, UEFA ने ये भी पुष्टि की थी कि टूर्नामेंट को यूरो 2021 के बजाए "यूरो 2020" नाम से बरकरार रखा जाएगा. लंदन का वेम्बली स्टेडियम सेमीफाइनल और प्रतियोगिता के फाइनल की मेजबानी करेगा. वहीं रोम में स्टेडियो ओलिंपिको तुर्की और इटली के बीच टूर्नामेंट के शुरुआती खेल की मेजबानी करेगा.
पहली बार, UEFA यूरो कप में वीडियो सहायक रेफरी (VAR) प्रणाली का उपयोग किया जाएगा. पुर्तगाल ने 2016 में टूर्नामेंट जीता था, वो फिर से प्रतियोगिता जीतना चाहेगा.
ग्रुप एफ में हंगरी, फ्रांस और जर्मनी के चलते पुर्तगाल का ये सफर आसान नहीं होगा. इस समूह को "ग्रुप ऑफ डेथ" के रूप में देखा जा रहा है.