बर्लिन: कोरोना वायरस महामारी के बीच जर्मनी में दो महीने बाद खाली स्टेडियम में फुटबॉल की वापसी हुई और लॉकडाउन के बाद शुरू होने वाली पहली यूरोपीय लीग बन गई.
पूरी दुनिया के खेल प्रेमियों की निगाहें बुंदेसलीगा मुकाबले देखने पर गड़ी रही जिसमें बोरूसिया डॉर्टमंड ने शाल्के को 4-0 से हराया. दूसरे दर्जे की बुंदेसलीगा लीग के मुकाबले पहले शुरू हो गए थे और इसके कुछ घंटों बाद बुंदेसलीगा की मुख्य लीग के मैच शुरू हुए.
इस जीत के बाद डॉर्टमंड अब शीर्ष पर काबिज बायर्न म्युनिख से एक ही अंक पीछे है. मैचों का आयोजन दर्शकों के बिना किया गया जिससे जर्मनी में लोग इन्हें ‘घोस्ट गेम्स’ भी बुला रहे हैं यानी दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में मैच खेले जाना.
इनका आयोजन कड़े स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के साथ किया गया जिसमें खिलाड़ियों पर कई तरह की पांबंदियां लागू थीं. बुंदेसलीगा के मैचों में सामान्य दिनों में कभी भी इतनी शांति नहीं होती, लेकिन बोरूसिया डार्टमंड और शाल्के04 के बीच हुए मैच में हजारों दर्शकों के बजाय कुछ चुनिंदा (नियमों के तहत खिलाड़ियों सहित केवल 213 लोग) लोगे शामिल थे जिसकी क्षमता 81,000 दर्शकों की है.
स्टेडियम के चारों ओर पुलिस गाड़ियों और बाइक पर मौजूद थी. बुंदेसलीगा समय से ढाई घंटे पहले शुरू हो गया. जिसमें हनोवर और डायनेमो ड्रेसडन के बीच मैच स्थगित हो गया क्योंकि ड्रेसडन की टीम को कोविड-19 के लिए हुई जांच में दो परीक्षण पॉजिटिव पाए जाने के बाद पृथकवास में रहने को कहा गया.
दक्षिण कोरियाई ली जाए सुंग ने दो महीने बाद शुरू हुई बुंदेसलीगा लीग का पहला गोल किया, जिससे होलस्टेन किएल को तीसरे ही मिनट में बढ़त मिल गई. जिसने रेजेन्सबर्ग से 2-2 से ड्रा खेला जबकि ऑए की टीम ने सैंडहॉसेन पर 3-1 से जीत हासिल की. लीग मार्च के मध्य से निलंबित हो गयी थी जिसमें केवल नौ दौर ही खेले गये थे और उसे जून के अंत तक समाप्त होने की उम्मीद है.