नई दिल्ली: फुटबॉल टीम के कोच पद से हटाए जाने से नाराज एक व्यक्ति ने जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में ड्रेसिंग रूम से क्लब के सदस्यों के मोबाइल फोन चुरा दिए जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर दिया गया. पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि पूर्व फुटबॉल कोच और पांडव नगर के रहने वाले शेखर पाठक ने दिल्ली यूनाईटेड फुटबॉल क्लब के सदस्यों के फोन चुराए.
पुलिस को 13 मार्च को एक फुटबॉल टीम से जुड़े 12 मोबाइल फोन और पर्स चोरी होने की सूचना मिली थी, जिनमें लगभग 10,000 रुपये थे.
पुलिस ने बताया कि जांच से पता चला कि ड्रेसिंग रूम फुटबॉल टीम को दिया गया था और सभी खिलाड़ियों ने लॉकर्स में अपना सामान रखा था. मैच समाप्त होने के बाद जब खिलाड़ी वापस आए तो उन्होंने पाया कि लॉकर्स तोड़े हुए है और उनके मोबाइल फोन और पर्स गायब हैं.
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पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, 'पुलिस ने स्टेडियम में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी और चोरी हुए फोन पर निगरानी रखी.'
दो महीने बाद चोरी किया गया एक फोन स्विच ऑन पाया गया. पुलिस ने फोन करने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया और उससे पूछताछ की.
उस व्यक्ति ने बताया कि पाठक ने उसे यह फोन बेचा था लेकिन उसने उसे वापस कर दिया था क्योंकि पूर्व कोच फोन की मूल रसीद उपलब्ध नहीं करा पाया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इसके बाद आरोपी को उसके आवास से गिरफ्तार किया गया. उसके पास से नौ मोबाइल फोन बरामद किए गए.
पाठक जिलास्तरीय फुटबॉल खिलाड़ी रहा है तथा 2004 से 2010 तक लायन्स क्लब फुटबॉल टीम की तरफ से खेलता था. मार्च 2011 से उसने कोच के तौर पर करियर शुरू किया था. उन्होंने 2011 से 2013 तक टीम को कोचिंग दी.
2013 में, किसी दूसरे कोच ने शेखर पाठक के समय पर ना जाने और अपनी ड्यूटी के प्रति ईमानदारी ना बरतने की शिकायत दर्ज की.
इसके बाद शेखर ने अपनी एकेडमी, शुभम फुटबॉल एकेडमी, दिल्ली के प्रीत विहार में शुरू की. लेकिन एकेडमी नहीं चलने के कारण उसे बंद करना पड़ा.