कोलकाता: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने आई-लीग के तीन क्लबों से पांच अगस्त तक आगे की योजना को लेकर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है. एआईएफएफ ने कहा है कि दस्तावेजों का मूल्यांकन करने के बाद आगे अंतिम निर्णय लिया जाएगा. जिन तीन क्लबों से स्पष्टीकरण मांगा गया है, उनमें नई दिल्ली के सुदेव एफसी, शिलांग के रिनतिह एसी और विशाखापट्टनम के श्रीनिधि एफसी क्लब शामिल हैं.
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एआईएफएफ ने मोहन बागान द्वारा खाली किए गए जगह को भरने के लिए इच्छुक पार्टियों को आमंत्रित करने के बाद एक बोली लगाई थी. मोहन बागान का इंडियन सुपर लीग (ISL) चैंपियन एटीके में विलय हो गया है.
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एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, "अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के सदस्य और प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (PWC) के प्रतिनिधियों ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की, जिसमें इन तीन भावी क्लबों- सुदेवा एफसी (दिल्ली), श्रीनिधि एफसी (विशाखापत्तनम) और रिनतिह द्वारा लगाई गई बोलियों के मूल्यांकन के बाद अपनी रिपोर्ट पेश की."
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बयान के अनुसार, "तीन संबंधित बोलीकर्ताओं की ओर से पेश किए गए दस्तावेजों और प्रस्तुतियों की जांच के बाद, समिति ने पीडब्ल्यूसी से पांच अगस्त तक बोलीदाताओं से और स्पष्टीकरण मांगा है. आगे के दस्तावेजों का मूल्यांकन करने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा."
सूत्रों के अनुसार, सुदेवा एफसी बोली जीतने की दौड़ में सबसे आगे है.
बता दें कि इससे पहले AIFF ने भारत को अगले साल अंडर-17 महिला विश्व कप और 2022 में एएफसी महिला एशियन कप की मेजबानी करनी है. इससे देश में महिला फुटबॉल को बल मिला है और इंडियन वुमन लीग (IWL) के चौथे संस्करण में कुल 12 टीमों की भगीदारी देखने को मिली.