नई दिल्लीः ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप (T20 World Cup) में प्रमुख खिलाड़ियों की चोटिल होने से भारत को ज्यादा नुकसान हो सकता है, जबकि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और पाकिस्तान जैसे देश अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को विश्व कप के मैदान में उतारने के लिए तैयार हैं. तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) पीठ में फ्रैक्चर, दीपक चाहर (Deepak Chahar) पीठ और कूल्हे के जोड़ की समस्या और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा घुटने की सर्जरी के कारण टीम से बाहर हैं.
तेज गेंदबाज बुमराह के महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है. वह कप्तान के पसंदीदा खिलाड़ी रहे हैं, चाहे वह टी20, एकदिवसीय, टेस्ट या मुंबई इंडियंस के लिए इंडियन प्रीमियर लीग हो. भारतीय टीम बुमराह के बिना टी20 विश्वकप में उतरेगी. घायल जसप्रीत बुमराह के बिना भारत के लिए यह लड़ाई चुनौती बन सकती है. बुमराह को चोट ऐसे समय लगी जब भारत टी20 विश्व कप की तैयारियों के अंतिम चरण में था.
बुमराह के बदले टीम में आए अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के पास अपना प्रदर्शन दिखाने का शानदार मौका है. वहीं, भारत के शीर्ष ऑलराउंडरों में से एक रवींद्र जडेजा भी घुटने की चोट के कारण बाहर हो गए हैं. दो प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति भारतीय गेंदबाजी विभाग को कमजोर कर सकती है, हालांकि सूर्य कुमार यादव के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ टी20 बल्लेबाजों के रूप में उभरने से बल्लेबाजी मजबूत हुई है.
दीपक चाहर, जो 15 सदस्यीय टीम में बुमराह की जगह लेने के लिए रिजर्व थे, हाल ही में चोट के कारण बाहर हो गए हैं. जबकि वॉटसन को लगता है कि बुमराह की अनुपस्थिति ने भारत के टी20 विश्व कप का दावा करने की संभावना खो दी है. पूर्व कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में संपन्न एशिया कप में अपना फार्म वापस पाया, जहां उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ शतक बनाया.
ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 श्रृंखला में उनके प्रदर्शन के साथ, भारत को अपनी रणनीति बदलनी होगी व बल्लेबाजों पर भरोसा करना होगा. भुवनेश्वर कुमार की डेथ ओवरों की गेंदबाजी की आलोचना की जा रही है और विशेषज्ञ तीन स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन, युजवेंद्र चहल और अक्षर पटेल को लेने के तर्क पर सवाल उठा रहे हैं.
(आईएएनएस)