इस्लामाबादः कप्तान बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की दमदार सलामी जोड़ी और शानदार तेज गेंदबाजी के कारण पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप (T20 World Cup) जीतने के सबसे मजबूत दावेदारों में से एक है. टीम 2007 में उपविजेता रहने के बाद 2009 में इस टूर्नामेंट के दूसरे सत्र की चैंपियन बनी. पाकिस्तान इसके बाद तीन बार क्रिकेट के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप के विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा. जिसमें यूएई में खेला गया पिछला टूर्नामेंट भी शामिल है.
पाकिस्तान को टी20 विश्व कप 2022 के शुरुआती चरण में भारत, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और दो क्वालीफायर टीमों से भिड़ना है. किसी भी प्रारूप के विश्व कप में भारत से हार का सिलसिला टीम ने बीते टी20 विश्व कप में खत्म किया. इस मैच में बाबर और रिजवान की जोड़ी ने पाकिस्तान को 10 विकेट से जीत दिलाई थी. इस विश्व कप में पाकिस्तान अपने ग्रुप के सभी पांच मैच जीतकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया लेकिन यहां ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा.
मजबूती:
बाबर और रिजवान ने टी20 क्रिकेट में पिछले एक साल में काफी रन बनाए हैं. इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में सात मैचों की घरेलू श्रृंखला में दोनों ने स्ट्राइक रेट में काफी सुधार किया है. बाबर यूएई में खेले गये एशिया कप में लय में नहीं थे. उन्होंने इस टूर्नामेंट के छह मैचों में सिर्फ 68 रन बनाये. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में उन्होंने लय हासिल की और कराची में शतक लगाया.
उन्होंने लाहौर में भी 87 रन की दमदार पारी खेली. वह टी20 प्रारूप में तीन हजार अंतरराष्ट्रीय रन को पार करने वाला दुनिया के छठे बल्लेबाज हैं. रिजवान को पिछले महीने 10 टी20 में सात अर्धशतक बनाने के बाद 'आईसीसी महीने का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी' चुना गया. वह टी20 रैंकिंग में शीर्ष बल्लेबाज है जबकि बाबर तीसरे स्थान पर है.
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पिछले कुछ मैचों में शादाब खान और मोहम्मद नवाज के अच्छी बल्लेबाजी ने पाकिस्तान को मध्य क्रम में और अधिक गहराई प्रदान की है. उम्मीद है कि विश्व कप से पहले तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी घुटने की चोट से उबर जायेंगे. इस से पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी की मारक क्षमता और बढ़ेगी. तेज गेंदबाज हारिश राउफ को ऑस्ट्रेलिया के टी20 बिग बैश लीग में खेलने का अनुभव है. वैसे भी तेज गेंदबाजी हमेशा से पाकिस्तान का मजबूत पक्ष रहा है.
कमजोरी:
शीर्ष क्रम में बाबर और रिजवान की लंबी पारियों के कारण मध्यक्रम के बल्लेबाजों को ज्यादा मौके नहीं मिलते. शान मसूद तीसरे क्रम पर लगातार अच्छा करने में विफल रहे हैं और फख्र जमां चोट से पूरी तरह से नहीं उबर सके हैं. इफ्तिखार अहमद, हैदर अली और आसिफ अली के प्रदर्शन में भी निरंतरता की कमी रही है.
ऐतिहासिक प्रदर्शन:
उमर गुल इस प्रारूप में पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं. उन्होंने 2007 और 2009 सत्र में 13-13 विकेट लिये हैं. 2007 विश्व कप में उनका औसत 11.92 का था, जबकि 2009 में उन्होंने 12.15 के औसत से विकेट चटकाए थे. पिछले विश्व कप में बाबर तीन मैचों में 303 रन के साथ पाकिस्तान के सर्वोच्च स्कोरर रहे थे.
टीम:
बाबर आजम (कप्तान), शादाब खान, आसिफ अली, हैदर अली, हारिस रऊफ, इफ्तिखार अहमद, खुशदिल शाह, मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद नवाज, मोहम्मद रिजवान, मोहम्मद वसीम जूनियर, नसीम शाह, शाहीन शाह अफरीदी, शान मसूद, उस्मान कादिर.
रिजर्व खिलाड़ी: फख्र जमां, मोहम्मद हारिस, शाहनवाज दहानी.
(पीटीआई-भाषा)