नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 15 अगस्त के अवसर पर कहा है कि उनकी सरकार पैरा खिलाड़ियों को विशेष प्रशिक्षण दे रही है जिससे कि उन्हें पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने में मदद मिल सके. पीएम मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चे भी खेलों की दुनिया में अपना पराक्रम दिखा रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम दिव्यांगजनों के लिए एक सुगम भारत के निर्माण के लिए काम करते हैं तो हम पैरालिंपिक में भी हिन्दुस्तान का तिरंगा झंडा गाड़ने के लिए मेरे दिव्यांगजनों को सामर्थ्यवान बना रहे हैं. हम खिलाडि़यों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहे हैं'. उन्होंने कहा, 'अब खेलों की दुनिया देखिए, कौन बच्चे हैं, झुग्गी झोपड़ी से निकले हुए बच्चे आज खेलों की दुनिया में पराक्रम दिखा रहे हैं'.
प्रत्येक चार साल में आयोजित किए जाने वाले पैरालंपिक में दिव्यांग खिलाड़ी भाग लेते हैं और इसे सक्षम खिलाड़ियों के लिए आयोजित किए जाने वाले ओलंपिक के समकक्ष माना जाता है. अगले पैरालंपिक खेल 2024 में पेरिस में आयोजित किए जाएंगे.
भारत ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 19 पदक जीते थे जिसने 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक शामिल हैं. भारत ने 1968 से पैरालंपिक खेलों में भाग लेना शुरू किया और तब से उसने कुल 31 पदक (9 स्वर्ण, 12 रजत और 10 कांस्य) जीते हैं.
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(इनपुट: पीटीआई भाषा)